Cooperative Banks Update: अब सहकारी बैंक के ग्राहकों को सरकार की सभी कलायांकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा. इसके लिए सहकारी बैंकों को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर (DBT) से जोड़ा जाएगा. केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही. सरकार के 52 मंत्रालयों की ओर से संचालित इस समय 300 योजनाओं के लाभ डीबीटी के जरिये लाभार्थियों तक पहुंचाए जा रहे हैं, यानी अब इन सभी योजनाओं का लाभ सहकारी बैंकों के ग्राहकों को मिलेगा.
अमित शाह ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र में पहले की अपेक्षा बहुत सुधार हुआ है. इससे देश के नागरिकों को बैंकिंग सेवाओं का लाभ मिल रहा है. इसके अलावा जनधन योजना के चलते 45 करोड़ नए लोगों का बैंक खाता भी खुला है. ऐसे 32 करोड़ लोगों को रूपे डेबिट कार्ड का लाभ भी मिला है.अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी के ‘सहकार से समृद्धि का संकल्प’ से ये सब हुआ है.
अमित शाह ने कहा, 'देश की समृद्धि और आर्थिक उत्थान में सहकारिता क्षेत्र का अहम योगदान होगा. पीएम जनधन योजना के तहत खोले गए करोड़ों नए खातों का डिजिटल लेन देन एक ट्रिलियन डालर को भी पार कर गया है. वर्ष 2017-18 के डिजिटल लेन-देन के मुकाबले इनमें 50 गुना की बढ़ोतरी हुई है. सहकारी बैंकों के डीबीटी से जुड़ने से नागरिकों के साथ और संपर्क बढ़ेगा और सहकारिता क्षेत्र मजबूत होगा.'
केंद्रीय मंत्री ने गुजरात स्टेट को-आपरेटिव एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट बैंक यानी खेती बैंक के 71वें वर्ष में प्रवेश पर बधाई देते हुए बैंक के बारे में बातें की. साहूकारों के चंगुल से बचाने में इस बैंक ने शानदार भूमिका निभाई है.
लोन लेना हुआ सस्ता
अमित शाह ने कहा कि आरबीआई और नाबार्ड ने बैंकिंग के लिए जो नियम और मापदंड बनाए हैं, उन सभी मानकों पर खेती बैंक ने खुद को साबित किया है. पहले बैंक से 12 से 15 प्रतिशत की ब्याज पर लोन मिलता था जो अब 10 प्रतिशत पर आ गया है. इतना ही नहीं लोन छुकाने वाले लाभार्थियों को दो प्रतिशत की रियायत भी दी जाती है.