आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत जनपद के सभी लगभग 4.50 लाख घरों पर तिरंगा फहराने का लक्ष्य है। इसके लिए सभी नागरिक, पदाधिकारी, स्वयं सेवी संस्थाए लोगों को प्रेरित करें। सीडीओ डा. राजेश कुमार प्रजापति ने विकास भवन सभागार में 11 से 17 अगस्त तक संचालित होने वाले इस कार्यक्रम की समीक्षा किया। उन्होने जनपद के स्वयं सेवी संस्थाओं, नागरिको एवं जनप्रतिनिधियों से अपील किया है कि वे लोगों को अपने घर पर तिरंगा लगाने के लिए प्रेरित करें।
उन्होने कहा कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन ग्रामीण एवं नगरीय की महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तिरंगा बनाने का कार्य किया जा रहा है। विभागीय अधिकारी तथा संगठन तिरंगा बनाने के लिए उपायुक्त एन.आर.एल.एम. के माध्यम से या सीधे स्वयं सहायता समूह से सम्पर्क करके अपनी मांग एवं धनराशि दे सकते है। इसके अलावा भी जो व्यक्ति या संस्थान निजी टेलर से तिरंगा बनवाना चाहते है वे समय से तैयार करा लें। उन्होने कहा कि आजादी की 75वे वर्षगाठ के अवसर पर स्वतंत्र देश के नागरिक के रूप में अपना योगदान करते हुए राष्ट्रीय भावना को बढाने का कार्य करें।
उन्होने कहा कि कागज या प्लास्टिक का राष्ट्रीय झण्डा नही बनवाना है। सूती कपड़ा या पालिस्टर से तिरंगे का निर्माण कराये। राष्ट्रीय ध्वज पॉलिस्टर कपड़े में 20 × 30 इंच का लगभग 30 रूपया की लागत से बनेगा तथा सिल्क/सूती/खादी के कपड़े से बने झण्डे की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाये, जो लगभग रू0 150 में बनेंगा। उन्होने चेम्बर्स आफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्री, इंडस्ट्रियल डबलपमेंट एसोसिएशन, जिला व्यापार मण्डल, ईट भट्ठा समिति, केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन, पूर्वांचल व्यापार मण्डल, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल, पेट्रोलियम एसोसिएशन, होटल एण्ड रेस्टोरेण्ट एसोसिएशन, पेंट एंण्ड मार्बल एण्ड सेनेटरी एसोसिएशन, टेण्ट हाउस एसोसिएशन से अपील किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में तिरंगा तैयार करवा के अपने घरों एवं प्रतिष्ठानों पर लगवाये।
बैठक का संचालन उपायुक्त एन.आर.एल.एम. रामदुलार ने किया। इसमें प्रभारी सीएमओ डा. जय सिंह, डीडीओ अजीत श्रीवास्तव, डीआईओएस डी.एस. यादव, कृषि अधिकारी मनीष सिंह, आपूर्ति अधिकारी सत्यवीर सिंह, ईओ नगर पालिका दुर्गेश्वर त्रिपाठी, तहसीलदार प्रमोद कुमार, चेम्बर्स आफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्री के अध्यक्ष अशोक सिंह, विभागीय अधिकारीगण तथा विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित र
उन्होने कहा कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन ग्रामीण एवं नगरीय की महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तिरंगा बनाने का कार्य किया जा रहा है। विभागीय अधिकारी तथा संगठन तिरंगा बनाने के लिए उपायुक्त एन.आर.एल.एम. के माध्यम से या सीधे स्वयं सहायता समूह से सम्पर्क करके अपनी मांग एवं धनराशि दे सकते है। इसके अलावा भी जो व्यक्ति या संस्थान निजी टेलर से तिरंगा बनवाना चाहते है वे समय से तैयार करा लें। उन्होने कहा कि आजादी की 75वे वर्षगाठ के अवसर पर स्वतंत्र देश के नागरिक के रूप में अपना योगदान करते हुए राष्ट्रीय भावना को बढाने का कार्य करें।
उन्होने कहा कि कागज या प्लास्टिक का राष्ट्रीय झण्डा नही बनवाना है। सूती कपड़ा या पालिस्टर से तिरंगे का निर्माण कराये। राष्ट्रीय ध्वज पॉलिस्टर कपड़े में 20 × 30 इंच का लगभग 30 रूपया की लागत से बनेगा तथा सिल्क/सूती/खादी के कपड़े से बने झण्डे की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाये, जो लगभग रू0 150 में बनेंगा। उन्होने चेम्बर्स आफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्री, इंडस्ट्रियल डबलपमेंट एसोसिएशन, जिला व्यापार मण्डल, ईट भट्ठा समिति, केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन, पूर्वांचल व्यापार मण्डल, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल, पेट्रोलियम एसोसिएशन, होटल एण्ड रेस्टोरेण्ट एसोसिएशन, पेंट एंण्ड मार्बल एण्ड सेनेटरी एसोसिएशन, टेण्ट हाउस एसोसिएशन से अपील किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में तिरंगा तैयार करवा के अपने घरों एवं प्रतिष्ठानों पर लगवाये।
बैठक का संचालन उपायुक्त एन.आर.एल.एम. रामदुलार ने किया। इसमें प्रभारी सीएमओ डा. जय सिंह, डीडीओ अजीत श्रीवास्तव, डीआईओएस डी.एस. यादव, कृषि अधिकारी मनीष सिंह, आपूर्ति अधिकारी सत्यवीर सिंह, ईओ नगर पालिका दुर्गेश्वर त्रिपाठी, तहसीलदार प्रमोद कुमार, चेम्बर्स आफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्री के अध्यक्ष अशोक सिंह, विभागीय अधिकारीगण तथा विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित र