दो-तीन दिन मे आसमानी गर्म ओलो से राहत मिल सकती हे


दिल्ली.

 जानमार गला घोटू  आसमानी गर्मी से राहत  मिलनें  की सम्भावना प्रबल हो गई  हे मानसून का प्रभाव निरन्तर  दबाव बना रहा हे,सम्भव हे दो  तीन  दिन और  तपस्या करनी पड़ें।

दक्षिण पश्चिम मानसून की बिहार में एंट्री के साथ ही पूरे देश में धीरे-धीरे सक्रियता बढ़ रही है. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 48 घंटों में यह बिहार के अलावा तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में अपना असर दिखाएगा. पूर्वोत्तर और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी वर्षा का मौजूदा दौर अगले 4-5 दिन और जारी रहने की संभावना है. इस बीच दिल्ली, दक्षिण हरियाणा, झारखंड, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तरी ओडिशा में एक या दो स्थानों पर लू की स्थिति बनी हुई है. वहीं एक-दो दिन में पूरे देश में हीटवेव से राहत मिलने के आसार हैं.

मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं. हालांकि देश के बाकी हिस्सों में हीटवेव का असर कम हो गया है. हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग के अनुसार 15-16 जून तक चिलचिलाती धूप से बड़ी राहत मिलने की संभावना है.

मौसम विभाग ने कहा कि लगातार पश्चिमी विक्षोभ और निचले स्तर की पूर्वी हवाओं के प्रभाव से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और आसपास के मैदानी इलाकों पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में 15 जून तक छिटपुट वर्षा और गरज के साथ छींटे पडऩे की संभावना है. पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है. 16 जून और 17 जून को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश का पूर्वानुमान है.

मौसम विभाग ने 16 जून को जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरी पंजाब और उत्तरी हरियाणा में भारी बारिश की संभावना जताई है. 16 जून से 22 जून के बीच अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है. 16 से 22 जून के दौरान देश के किसी भी हिस्से में हीटवेव की आशंका नहीं है.

मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटों में पूर्वोत्तर भारत के तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों और केरल के एक या दो हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है. मध्य प्रदेश के पश्चिमी भागों, दक्षिण पूर्वी राजस्थान, पूर्वी गुजरात, कोकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.

इसके अलावा पश्चिमी हिमालय, पंजाब के कुछ हिस्सों, सौराष्ट्र और कच्छ, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है. तमिलनाडु, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में छिटपुट हल्की बारिश की संभावना है.

मौसम विभाग के अनुसार पाकिस्तान के मध्य भाग पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक निम्न दबाव की रेखा दक्षिण गुजरात तट से उत्तरी केरल तट तक फैला हुई है. एक और निम्न दबाव की रेखा उत्तरी मध्य महाराष्ट्र से लेकर दक्षिण गुजरात, उत्तर-पूर्व अरब सागर से होते हुए अरब सागर के मध्य भागों तक समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किमी के बीच तक फैली है. एक निम्न-स्तरीय ट्रफ रेखा उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश से बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में पश्चिम होते हुए असम तक फैली हुई है.

पिछले 24 घंटों के दौरान, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, केरल के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. शेष पूर्वोत्तर भारत, लक्षद्वीप, आंतरिक तमिलनाडु, रायलसीमा, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण गुजरात और दक्षिण मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश होती रही. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों, पूर्वोत्तर बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल और जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तरी हरियाणा में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई.

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