अखिलेश यादव के पूर्व ओएसडी समेत यूपी के तीन सपा नेताओं के घर पड़ा आयकर का छापा
हार के डर से भाजपा बौखलाई, ये चुनावी रेड है-रामगोविंद चौधरी
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
उत्तर प्रदेश में शनिवार की सुबह से ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबियों के यहां आयकर विभाग का छापेमारी शुरू कर दी है।लखनऊ के जैनेंद्र यादव, मैनपुरी के मनोज यादव और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजीव राय के घर मऊ में छापेमारी हुई। बताया जा रहा है कि राजीव राय के घर आयकर अधिकारी 12 गाड़ियों के काफिले लेकर पहुंचे हैं। आते ही इनकम टैक्स की टीम ने घर के चप्पे-चप्पे को खंगाल शुरू कर दिया। जहां-जहां विभाग की टीम कार्रवाई कर रही हैं, उन घरों को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है। लिहाजा किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
अपने साथ लाये फाइल को पढ़-पढ़ कर अधिकारी छापेमारी कर रहे हैं। इस दौरान करीब दो घंटे से अधिक समय तक टीम ने उनके घर पर छापेमार की कार्रवाई की गयी। इस दौरान राजीव राय के घर के बाहर सपा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। हंगामे को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस तैनात की गई है। छापे की कार्रवाई के दौरान सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव राय को घर में ही नजरबंद कर दिया गया है।मऊ से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह करीब 7 बजे इनकम टैक्स विभाग की टीम शहर कोतवाली के सहादतपुरा में राजीव राय के घर पहुंची।जैसे ही इसकी भनक सपा कार्यकर्ताओं को लगी, वह राजीव राय के घर के बाहर जमा होने लगे। वाराणसी से मऊ गयी टीम ने बढ़ते विरोध को देख कर पुलिस प्रोटेक्शन की मांग किया।उसके बाद पूरा एरिया पुलिस छावनी में बदल गया।
वहीं लखनऊ में अंबेडकर पार्क पास स्थित पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ओएसडी रहे जैनेंद्र यादव उर्फ नीटू आवास पर छापा पड़ा है। इनकम टैक्स विभाग की टीम ने जैनेंद्र यादव के घर को बारीकी से खंगाला है। साथ ही अखिलेश यादव के एक और करीबी आरसीएल ग्रुप के मालिक मनोज यादव के घर पर भी आयकर की टीम ने छापा मारा है। इस दौरान टीम किसी को भी घर के अंदर नहीं जाने दे रही है। आसपास भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। आरसीएल ग्रुप के चेयरमैन मनोज यादव के मैनपुरी व जैनेन्द्र यादव के आगरा स्थित ठिकानों पर छापा पड़ा है। राजीव राय ने कहा कि लोगों की मदत करने के कारण छापा पड़ा है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2022 के पहले ही भाजपा ने पराजय स्वीकार कर लिया है। केंद्र की मोदी सरकार बदले की भावना से विरोधी दल के नेताओं को निशाना बना रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुछ भी कर लें अब भाजपा को पराजय से कोई नहीं बचा सकता। भाजपा अपनी असफलता की बौखलाहट में सपा कार्यकर्ताओं को गलत तरीके से परेशान कर रही है।सपाई डरने वाले नहीं हैं, ऐसे चुनावी रेड हमने बहुत देखा है।