6 दिसंबर को रामजन्मभूमि, हनुमानगढ़ी व 16 नवंबर को कई रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी मिली! मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।

6 दिसंबर को रामजन्मभूमि, हनुमानगढ़ी व 16 नवंबर को कई रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी मिली! मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
6 दिसंबर को अयोध्या के हनुमानगढ़ी, रामजन्मभूमि, इलाहाबाद, गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर समेत उत्तर प्रदेश के कई मंदिरों को बम से उड़ाने की भी धमकी दी गई है। पत्र में 16 नवंबर को मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, खुर्जा, कानपुर, लखनऊ, शाहजहांपुर सहित कई रेलवे स्टेशनों को भी उड़ाने की धमकी दी गयी है। इस बीच गुरुवार को मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने चौकसी बढ़ा दी है। पुलिस अधीक्षक (शहर) विनीत भटनागर ने बताया कि मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर अतिरिक्त सुरक्षा बरती जा रही है।  इस संदर्भ में मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन अधीक्षक आरपी सिंह ने बताया कि डाककर्मी एक पत्र लेकर कार्यालय आया। पत्र में रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। इस पत्र में 16 नवंबर को मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, खुर्जा, कानपुर, लखनऊ, शाहजहांपुर सहित कई रेलवे स्टेशनों तथा 6 दिसंबर को अयोध्या के हनुमानगढ़ी, रामजन्मभूमि, इलाहाबाद, गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर समेत उत्तर प्रदेश के कई मंदिरों को बम से उड़ाने की भी धमकी दी गई है।सुरक्षा कारणों से मेरठ पुलिस ने पत्र का फोटो किसी को नहीं लेने दिया।लेकिन पुलिस सूत्रों के अनुसार पत्र में लिखा है कि सुरक्षा बलों के हाथों मारे गये जेहादियों का बदला लेने के लिये आतंकी यह हमला करेंगे। बता दें कि पांच जुलाई वर्ष 2005 को श्रीरामजन्मभूमि परिसर पर आंतकी हमला हुआ था। तब अयोध्या में अधिकतर जगह सन्नाटा रहता था। कई बार संदिग्धों की गिरफ्तारी भी हुई है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जब से श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण आरम्भ हुआ है तब से अयोध्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की चहलकदमी बढ़ गयी है। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार स्वयं सुरक्षा निगरानी की कमान संभाले हुये हैं। अयोध्या शहर और तीर्थ क्षेत्र में आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले में मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन स्थित थाना जीआरपी में अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 505/2 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया यह किसी की शरारत लग रही है। ऐसा ही एक पत्र 30 अक्टूबर को हापुड़ रेलवे स्टेशन अधीक्षक कार्यालय को भी मिला था, जिसके बाद स्टेशन परिसर में सघन जांच अभियान चलाया गया था। 

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