बस्ती,उत्तरप्रदेश
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बस्ती कॉविड कोविड-19 समिति की बैठक संघ कार्यालय पर संपन्न हुई बैठक को संबोधित करते हुए संघ के क्षेत्र प्रचारक श्री अनिल जी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना ही समाज में व्याप्त कुरीतियों और समस्याओं के निराकरण के लिए हुई थी आज कोविड-19 का प्रथम और द्वितीय चरण लगभग खत्म हो चुका है परंतु दुनिया अज्ञात तीसरे चरण से आहत हैं और संभल में है ऐसी स्थिति में हमें अपनी जिम्मेदारी से मुकरना नहीं चाहिए संघ समाज के साथ तादात्म्य स्थापित कर सदैव खड़ा रहा है तीसरी लहर अक्टूबर-नवंबर में संभावित रूप से भयानक रूप ले सकती है संघ के स्वयंसेवकों को उसके लिए तन मन धन से तैयार रहना चाहिए ।
हमारी चिंता समाज के उन वर्गों को विशेष रूप से हैं जो किसी भी प्रकार से आहत हैं और समाज के अंतिम व्यक्ति हैं समाज के अंतिम व्यक्ति के साथ सब प्रकार के सुविधाओं से से युक्त होकर मास्क का प्रयोग करते हुए स्वयं सेवकों की टोली बनाकर जिला खंड स्तर पर जाकर के जो लोग हमारे बीच में नहीं है उनको सूचीबद्ध करके उनके परिवार में किसी प्रकार की कोई दिक्कत हो तो उनको निराकरण के लिए उनके अनाथ बच्चियों के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता हमेशा तैयार हैं अगर कोई अनाथ बच्ची है जिसके पास अब कोई नहीं बचा है संघ उनकी जिम्मेदारी भी लेने के लिए तैयार है हम समाज की जिम्मेदारी लेते हैं और समाज की चिंता करते हैं और समाज संघ की चिंता करता है श्री अनिल ने प्रातः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा एकलव्य पर पधार कर सवेरे समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि संघ के कार्यकर्ता समस्या से जूझते हुए समस्या से निराकरण के लिए हमेशा तत्पर रहता है हम हमेशा तन मन धन से राष्ट्रपति संख्या वाचन करते हैं और वाचन ही नहीं तन मन धन से उसका निर्वहन भी करते हैं इस अवसर पर अनेक बातों को रखते हुए श्री अनिल ने समाज में संघ की भूमिका को चिन्हित भी किया ।
कार्यक्रम के बाद पवित्र पीपल का वृक्ष और मौलश्री का वृक्षारोपण कर श्री अनिल जी ने अभियान का श्रीगणेश किया इस अभियान में प्रमुख रूप से संघ के विभाग प्रचारक लालजी भाई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व वरिष्ठ प्रचारक राजेंद्र नाथ तिवारी विभाग संपर्क प्रमुख से सुभाष शुक्ला सह प्रमुख श्री वीरेंद्र शुक्ला विभाग कार्यवाह नागेंद्र सिंह रविंद्र गौतम सहित अनेक लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए श्री सत्येंद्र सिंह गोलू ने अपने विचार रखते हुए कहां के वृक्षारोपण पुनीत धर्म है और मानवता की रक्षा तरह हो पाएगी जब पीपर पाकर गूलर बरगद लगाकर हम आगे बढ़ेंगे उन्होंने ओजोन परत में छेद को जिक्र करते हुए कहा कि जब तक समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता नहीं होगी तब तक हमें इस अलग को वृक्षारोपण की बातों को जगाते रहना चाहिए .