योगी सरकार के संवेदनहीनता की खुली पोल!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
प्रयागराज में गंगा-यमुना के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। जलस्तर बढ़ने से गंगा किनारे घाटों में कटान तेज हो गई है।परिणामस्वरूप फाफामऊ घाट पर गंगा में तेज कटान के बाद 65 से अधिक शव रेत से ऊपर आ गए। एक साथ इतनी अधिक संख्या में शव बाहर आने के कारण चिताएं लगाने के लिए लकड़ी और जगह दोनों कम पड़ गईं। देर रात तक शवों के दाह संस्कार कराने का सिलसिला जारी रहा।
ये वही शव हैं जिन्हें अप्रैल और मई में कोविड-19 काल के दौरान गंगा किनारे दफनाया गया था। एक साथ इतनी संख्या में शव बाहर आने के कारण नगर निगम के कर्मचारियों के भी पसीने छूट गए। एक तो बाढ़ और बारिश का माहौल दूसरे एक साथ इतनी संख्या में शवों के बाहर आने से सुबह छह बजे से शुरू हुआ दाह संस्कार का सिलसिला देर रात तक जारी रहा।
पांच दर्जन शवों को जलाने के लिए जगह नहीं बची
गंगा के जलस्तर में तेजी से हुई वृद्धि के कारण फाफामऊ घाट पर तेजी से कटान हो रही है। तेज कटान में शुक्रवार को 60 से अधिक शव रेत से बाहर आ गए और गंगा के पानी में ऊपर ही दिखने लगे। सरकार की बढ़ती फजीहत के बाद नगरनिगम के अधिकारियों ने एक लाइन से 40 शवों का एक साथ दाह संस्कार करवा दिया। शवों के मिलने का सिलसिला शाम छह बजे तक जारी रहा। शाम तक यह संख्या 65 से अधिक हो गई थी। नगर निगम अब तक 300 से अधिक शवों का दाह संस्कार करवाया है।
हमारी कोशिश गंगा में न जाएं एक भी शव
नगर निगम के जोनल अधिकारी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि एक भी शव गंगा में बहकर न जाने पाएं। रात में भी कटान से निकलने वाले शवों को गंगा में न बहने देने के लिए छह लोगों की सर्च टीम लगाई गई है। ये घाट पर ही पूरी रात ड्यूटी देंगे और निगरानी करेंगे। नीरज ने बताया कि घाट पर कटान का दायरा जिस तरह से बढ़ रहा है उससे और भी शवों के बाहर आने का खतरा बढ़ गया है।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि 60 शवों से हटी रेत ने सरकार की बदइंतजामी खोल दिया है। संगम पर बढ़े जल स्तर ने बीजेपी सरकार में हुए नरसंहार को बेपर्दा किया। मुख्यमंत्री बतायें कि देर शाम चुपके से प्रशासन ने अंतिम संस्कार क्यों किया। विपत्तिकाल में लोगों को उनके हालत पर छोड़ दिया गया। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा कि धर्म के नाम पर जितना अधर्म भाजपा ने किया इतना इतिहास में किसी ने नहीं किया। लाशों पर राजनीति करने वालों की पोल मां गंगा ने खोल दिया।