प्रतापगढ़ में सुबह-सुबह मिला दलितों का शव
घर से 100 मीटर की दूरी पर थी दोनों दोस्तों की लाश
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुलिस के दावों पर प्रतापगढ़ जिले के अपराधियों ने पानी फेर दिया है। वहां लगातार अपराधी सक्रिय है और गम्भीर वारदातों को अंजाम दे रहे है। दिखाने को तो यहां की पुलिस लगातार मुठभेड़ करके अपराधियों को दबोच रही है लेकिन हकीकत में पुलिस बैकफुट पर नजर आ रही है।सोमवार की सुबह पट्टी थाना क्षेत्र के सपहा छाप गांव में दो दलित युवकों का शव मिलने से गांव में कोहराम मच गया।दोनों युवक आपस मे गहरे दोस्त थे।गांव से महज सौ मीटर दूर धान के खेत में दो युवकों के शव मिला। ग्रामीण हतप्रभ होकर कह रहे हैं कि शिवभोले गौतम और रवींद्र गौतम दोनों आपस मे दोस्त थे।दोनों की हत्या एक साथ की गई, दोनों के शव आस-पास पड़े मिले, शरीर पर चोट के निशान और नाक और मुंह से खून निकल रहा था। गांव वालों ने जब से उनके परिजनों को घटना की जानकारी दी है तब से दोनों परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। दोनों की माताओं का रो हुए बुरा हाल हो गया है, दोनों की स्थित विक्षिप्त सी हो चुकी है। बता दें कि दो दिन पूर्व भी एक दलित युवती की संदिग्ध हत्या हुई थी।
घटना के बाद मौके पर पहुचे एसपी सतपाल एंटिल ने बताया कि सूचना मिलने के बाद फौरन पुलिस पहुच गई।दोनों युवकों के शव धान के खेत मे पड़े मिले हैं। पुलिस की फोरेंसिक और फील्ड यूनिट द्वारा साक्ष्य संकलन किया गया। परिजन हत्या की आशंका जता रहे है। जनता का बढ़ता आक्रोश देख क्षेत्रीय पुलिस ने शव को कब्जे में लिया है। ग्रामीण हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। बड़ी मशक्कत के बाद शव पोस्टमार्टम के लिये ले जा सकी है। इस बीच हत्यारों को पकड़ने के लिये पुलिस अधीक्षक ने चार टीमें बनाई गई है। उनका दावा है कि आरोपी जल्द गिरफ्त में होंगे।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार में प्रतापगढ़ दलितों का कब्रगाह बन गया है।यहां लगातार कागजी एनकाउंटर जारी है।बीती रात भोर में भी कथित तौर पर पुलिस ने एक एनकाउंटर किया है। फिर भी लगातार हो रहे एनकाउंटर का अपराधियों में कोई खौफ नजर नहीं आ रहा है। हमारे सूत्रों ने बताया है कि प्रतापगढ़ जिले में 10 हजार से लेकर 2 लाख 50 हजार तक के दो दर्जन अपराधी है। लेकिन पुलिस छोटे छोटे बदमाशों को निशाना बना रही है। महज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगाहों में अपनी साख बचाने और झूठी वाहवाही लूटने के लिये।रामपुर खास की विधायक व कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा "मोना" ने कहा यहां भाजपाई आपस में बुरी तरह उलझे हैं। जिसका परिणाम है कि जि
भाजपा के साढ़े चार साल में जिले में लगभग डेढ़ दर्जन पुलिस अधीक्षक बदले जा चुके है।