कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर के 'बप्पी लाहिरी' कहे जाने वाले गूगल गोल्डन बाबा के नाम से जाने जाने वाले मनोज सेंगर उर्फ मनोजानंद को भी सोने के आभूषणों का बहुत शौक है. गूगल गोल्डन बाबा मनोज सिंगर उर्फ मनोजानंद हमेशा तकरीबन दो किलो से ज्यादा सोना धारण किए रहते हैं. कानपुर के काकादेव में रहने वाले मनोज सेंगर उर्फ गोल्डन बाबा वैसे तो घर पर सामान्य दिखते हैं, मगर बाहर निकलने के बाद वो गोल्डन बाबा बन जाते हैं.
दरअसल मनोज सेंगर, मनोजानंद उर्फ गूगल गोल्डन बाबा ने बताया साल कि वर्ष 1988 में दूरदर्शन पर महाभारत सीरियल देखकर उन्हें भी सोने और चांदी के आभूषण पहनने का शौक हुआ था. उनके मुताबिक क्षत्रियों का सोने और चांदी के बने आभूषण पहनना पहला रुआब है. ऐसे में महाभारत देखने के बाद उन्होंने करीब ढाई-ढाई सौ ग्राम के चार सोने की चेन बनवाकर उसे धारण किया. है.
मनोज सेंगर उर्फ मनोजानंद दस साल से लगातार इसी तरह दो किलो सोना पहने रहते हैं. साथ ही वो खुद की सुरक्षा के लिए लाइसेंसी रिवाल्वर रखते हैं. दो प्राइवेट गनर भी हमेशा उनके साथ रहते हैं. सोने के प्रति मनोज सेंगर उर्फ मनोजानंद का दीवानापन बचपन से ही था. इसी शौक के कारण कुछ लोग उन्हें गोल्डन मैन और कानपुर के बप्पी लाहिरी भी कहते हैं. हॉस्टल संचालक, साहूकार, ज्वैलरी शॉप के मालिक मनोज सेंगर उर्फ ‘गूगल गोल्डन बाबा’ हर समय अपने शरीर पर दो किलो सोने के जेवर धारण किए रहते हैं. उनका चश्मा और रिवाल्वर की डोरी तक सोने की है. यही नहीं वो जूते भी चांदी के पहनते हैं.
सोने के आभूषण पहनने के बाद कई बार इनको जान से मारने की धमकी भी मिली और हमला भी हुआ मगर सोने के प्रति उनका मोह छूट नहीं पाया. अलबत्ता अब वो एहतियात बरतते हुए प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों के साथ घूमते हैं. उनके पास चांदी के जूते भी हैं और सोने के लड्डू-गोपाल भी जिनको वो हमेशा अपने साथ ही रखते हैं. मनोज सेंगर उर्फ मनोजानंद का मानना है कि प्रभु की माया से ही सब कुछ इनके पास है.