बिच्छू एक ऐसा जीव है जो जन्म लेते ही अपनी मां को खा जाता है इस कारण वह अपनी मां को देख नहीं पाता है। बिच्छू के पैदा होते ही बिच्छू अपनी मां की पीठ पर चिपक जाते हैं और अपनी मां को खाने लगते हैं क्योंकि उनकी मां का शरीर ही उनका आहार होता है और यह बिच्छू अपनी मां के शरीर को तब तक खाते हैं जब तक बिच्छू जिंदा रहता है, और जब बिच्छू का सारा शरीर और मांस खत्म हो जाता है तब वह अपनी मां के पेट से उतर जाते हैं और स्वतंत्र होकर अपना जीवन यापन करते हैं अर्थात बिच्छू अपनी मां के शरीर को खाकर बड़ा होता है और बड़ा होने के बाद जब वह शरीर के सारे मांस को खा जाता है तो वह दूसरी जगह चला जाता है। बिच्छू के जहर में पाए जाने वाले रसायन को क्लोरोटोक्सिन कहा जाता है।
आज हमें बिछु की मानसिकता को समझने की आवश्यकता है