मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
यूपी पुलिस के साइबर सेल के साइबर ठग प्रमोद मंडल और उसके साथी
हाथ बड़ी सफलता लगी है। लखनऊ साइबर सेल ने देश के सबसे बड़े साइबर ठगों में से एक प्रमोड मंडल को गिरफ्तार किया है। प्रमोद यूपी समेत देश के 10 राज्यों में वॉन्टेड था। लखनऊ साइबर सेल ने प्रमोद मंडल के साथ राजेश करन और मनोज को भी गिरफ्तार किया है।
20 दिन पहले हजरतगंज थाने की पुलिस दुमका गयी थी और सरैयाहाट थाने की पुलिस की मदद से उसके बंदरी स्थित आवास पर छापेमारी की थी। लेकिन वह नहीं मिला था। पुलिस उसके पिता और चाचा को अपने साथ थाने लेकर गई थी। उसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया था।इस बीच प्रमोद ने दिल्ली जाने के लिए कुछ दिन पहले आनलाइन टिकट बुक कराया था।जिसमें लखनऊ पुलिस को उसका मोबाइल नंबर मिल गया। पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर उस तक पहुंचने की कोशिश करती रही। इस प्रयास में शुक्रवार को वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
प्रमोद मंडल पर झारखंड, बिहार, दिल्ली, पंजाब समेत कई राज्यों में 3 दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। पिछले वर्ष सचिवालय से रिटायर्ड क्लर्क के खाते से उसने 53 लाख रुपये की बड़ी रकम पर हाथ साफ किया था।झारखंड के दुमका का रहने वाला प्रमोद मंडल लखनऊ जेल में बंद पिता और चाचा से मिलने आया था। पुलिस उसे लंबे समय से तलाश रही थी। पुलिस की यह तलाश खत्म हुई उसे गोसाईगंज इलाके से अरेस्ट कर लिया गया। प्रमोद समेत पुलिस ने पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
प्रमोद मंडल खुद दूसरों को ठगता ही था साथी ही औरों को भी इस काम के बारे में बताता था। दुमका में प्रमोद मंडल लोगों के बैंक खातों से रकम उड़ाने के साथ दूसरे साइबर साइबर ठग प्रमोद मंडल
अपराधियों को भी ट्रेनिंग देता था। इतना ही नहीं प्रमोद मंडल ने ठगी से कमाए करोड़ों रुपए के लेनदेन के लिए दिल्ली में अकाउंटेंट तक रखा था। लखनऊ साइबर सेल ने दिल्ली के अकाउंटेंट को भी गिरफ्तार किया है।