मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ब्राह्मण सम्मेलनों का ऐलान कर राज्य में ब्राह्मण वोटों पर मजबूत बढ़त हासिल करने की कोशिश किया ही था। अब इस दिशा में एक कदम और बढ़ाते हुए बसपा ने बिकरू कांड में कुख्यात विकास दुबे के शूटर अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे का केस लड़ने का ऐलान किया है। पार्टी महासचिव और राज्यसभा सांसद सतीश मिश्र कोर्ट में इस मामले की पैरवी करेंगे। खुशी दुबे का पति अमर दुबे को इनकाउंटर में मारा जा चुका है।
17 वर्षीय खुशी पिछले एक साल से बाराबंकी के एक किशोर केंद्र में बंद है। बिकरु कांड से नौ दिन पहले ही दोनों की शादी हुई थी। बसपा के पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने मीडिया को बताया कि पार्टी नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता सतीश मिश्रा कोर्ट से खुशी दुबे की रिहाई की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि योगीराज में इतनी मानवता मर गयी है कि बाराबंकी जेल में खुशी दुबे कि तबियत बिगड़ गयी थी। जब तक वह मरणासन्न नहीं हो गयी तब उसे अस्पताल नहीं नसीब हुआ। हम पूरे प्रदेश में भाजपा के ब्राह्मण विरोधी कारनामों का खुलासा करेंगे। ब्राह्मणों पर अत्याचार करने में अब तक योगी राज प्रथम रहा। विकास दुबे के मारे जाने के बाद पुलिस जिस तरह उसके बच्चों और पत्नी को निशाना बनाये हुये है वह भी भाजपा के खिलाफ खाज में कोढ़ का काम कर रहा है।