बस्ती। उत्तरप्रदेश
सक्षम और मजबूत राष्ट्र के लिए छोटा और सुखी परिवार जरूरी है। परिवार नियोजन के उपलब्ध साधनों के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। इस बार ‘आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी-सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी’ की थीम पर विश्व जनसख्या पखवाड़ा मनाया जा रहा है। 24 जुलाई तक चलने वाले इस कार्यक्रम में सीमित परिवार के प्रति लोगों को जागरूक व संवेदीकृत किया जाएगा।
यह बातें एसीएमओ डॉ. एफ हुसैन ने कहीं। वह जिला महिला अस्पताल में आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पूर्व डॉ. हुसैन व जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. सुषमा सिन्हा ने फीता काटकर कार्यक्रम का उदघाटन किया। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ स्मिता यूपीटीएसयू व जिला लॉजिस्टिक काउंसलर प्रदीप सिंह ने कहा कि परिवार नियोजन सेवा से संबंधित गर्भनिरोधक सामग्री आशा स्तर तक मौजूद है। उनका वितरण कराने को कहा गया है। इस पखवाड़े के दौरान जनसमुदाय तक परिवार नियोजन एवं सुरक्षित गर्भपात सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित बनाना है।
अनचाहे गर्भधारण से बचाव एवं जनसंख्या स्थिरीकरण को इस दौरान विशेष महत्व प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मिशन परिवार विकास अभियान के तहत नसबंदी शिविर का आयोजन किया जा रहा है। हर दिन नसबंदी शिविर लगाकर पुरूष व महिला की नसबंदी कराई जाएगी। पात्र लोगों को नसबंदी के लिए प्रेरित किया जाएगा। डॉ. राकेश मणि त्रिपाठी, डॉ. अनीता वर्मा, डीपीएम राकेश पांडेय, शैलेंद्र राय, अनीस अहमद, बीना तिवारी, बिंदु मिश्रा, राजकुमार वर्मा, वेदांती, सीमा सिंह सहित अन्य लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे।
दंपत्ति संपर्क पखवाड़े में किया गया जागरूक
27 जून से गांव-गांव दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा मनाया गया। आशा व अन्य फील्ड हेल्थ वर्कर की मदद से लोगों से संपर्क कर उन्हें शादी की सही उम्र, दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतर, परिवार नियोजन के उपलब्ध विभिन्न साधनों, परिवार नियोजन में पुरूषों की सहभागिता, प्रसव व गर्भपात के बाद परिवार नियोजन की सेवाओं के बारे में बताया गया। उन्हें बताया गया कि स्वास्थ्य ईकाईयों पर परिवार नियोजन के साधन व सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध हैं। काउंसिलिंग के लिए काउंसलर की भी सुविधा अस्पतालों में उपलब्ध है।
यह बातें एसीएमओ डॉ. एफ हुसैन ने कहीं। वह जिला महिला अस्पताल में आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पूर्व डॉ. हुसैन व जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. सुषमा सिन्हा ने फीता काटकर कार्यक्रम का उदघाटन किया। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ स्मिता यूपीटीएसयू व जिला लॉजिस्टिक काउंसलर प्रदीप सिंह ने कहा कि परिवार नियोजन सेवा से संबंधित गर्भनिरोधक सामग्री आशा स्तर तक मौजूद है। उनका वितरण कराने को कहा गया है। इस पखवाड़े के दौरान जनसमुदाय तक परिवार नियोजन एवं सुरक्षित गर्भपात सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित बनाना है।
अनचाहे गर्भधारण से बचाव एवं जनसंख्या स्थिरीकरण को इस दौरान विशेष महत्व प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मिशन परिवार विकास अभियान के तहत नसबंदी शिविर का आयोजन किया जा रहा है। हर दिन नसबंदी शिविर लगाकर पुरूष व महिला की नसबंदी कराई जाएगी। पात्र लोगों को नसबंदी के लिए प्रेरित किया जाएगा। डॉ. राकेश मणि त्रिपाठी, डॉ. अनीता वर्मा, डीपीएम राकेश पांडेय, शैलेंद्र राय, अनीस अहमद, बीना तिवारी, बिंदु मिश्रा, राजकुमार वर्मा, वेदांती, सीमा सिंह सहित अन्य लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे।
दंपत्ति संपर्क पखवाड़े में किया गया जागरूक
27 जून से गांव-गांव दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा मनाया गया। आशा व अन्य फील्ड हेल्थ वर्कर की मदद से लोगों से संपर्क कर उन्हें शादी की सही उम्र, दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतर, परिवार नियोजन के उपलब्ध विभिन्न साधनों, परिवार नियोजन में पुरूषों की सहभागिता, प्रसव व गर्भपात के बाद परिवार नियोजन की सेवाओं के बारे में बताया गया। उन्हें बताया गया कि स्वास्थ्य ईकाईयों पर परिवार नियोजन के साधन व सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध हैं। काउंसिलिंग के लिए काउंसलर की भी सुविधा अस्पतालों में उपलब्ध है।