अयोध्या/बस्ती
रामनगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए जमीन खरीद मामले में नया ट्विस्ट आ गया है। बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह के साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के तथ्यहीन आरोपों और अनर्गल बयानों के चलते श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) सक्रिय हो गया है। तथ्यहीन आरोपों और अनर्गल बयानों के मद्देनजर विहिप ने तथ्यों के साथ बिंदुवार जवाब देकर जमीन खरीद पर लगाए गए अनर्गल आरोपों को ध्वस्त कर दिया है। अगली कड़ी में अब द्वेषपूर्ण तरीके से आधारहीन बयान देकर मंदिर ट्रस्ट की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाले राजनेताओं पर मुकदमा भी दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए ट्रस्ट व विहिप के शीर्ष पदाधिकारी विमर्श कर रहे हैं। जल्द ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका वाड्रा व आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह समेत अन्य के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया जा सकत है।
उधर, विहिप के कार्याध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक कुमार का साफ-साफ कहना है कि राजनेताओं ने ट्रस्ट की छवि धूमिल करने कीकोशिश की है, उसे देखते हुए भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की धारा 499 व 500 के तहत उन पर मानहानि का आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है, जिसमें दो वर्ष कैद की का प्रविधान है। उन्होंने अपने बयान में बिना किसी राजनेता का नाम लिए कहा कि दीवानी मामले में मानहानि के आधार पर क्षतिपूर्ति का दावा भी किया जा सकता है। विचार किया जा रहा है कि दीवानी मामला दायर किया जाए या आपराधिक अथवा दोनों। मंदिर निर्माण में विघ्न डालने वालों को माफ नहीं करेंगे।
वहीं, स्वामी अवधेशानंद (महामंडलेश्वर, जूना अखाड़ा) का कहना है किदिव्य अभियान को विवाद में घसीटने का प्रयत्न दुर्भाग्यपूर्ण है। इस प्रकार के दुष्प्रचार में कुछ कुत्सित मानसिकता के लोगों की स्वार्थपूर्ति स्पष्ट दिखाई देती है।
इसे पहले आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को आरोप लगाया कि दोपहर करीब 12 बजे उनके सरकार आवास 131, नार्थ ऐवन्यू में चार-पांच लोग जबरन दाखिल हो गए। लोग उन्हें जान से मारने की नियत से दाखिल हुए थे। आरोपितो ने उनके घर के बाहर लगे नेमप्लेट पर कालिख पोत दी और सरकारी संपत्ति को नुकासान पहुंचया। उनके घर में मौजूद लोगों ने दो लोगों को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।