सिद्धार्थनगर।बस्ती ,
उत्तरप्रदेश
पड़ोसी देश नेपाल के त्रिभुवन विश्वविद्यालय काठमांडू की बुकलेट में सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी का नाम दर्ज नहीं है। ऐसे में सिद्धार्थ विवि की डिग्री से नेपाल में नौकरी या फिर त्रिभुवन विवि में प्रवेश आदि के मान्य नहीं है। ऐसे में सिद्धार्थ विवि से पढ़ चुके या फिर पढ़ रहे छात्रों का भविष्य संकट में पड़ गया है। हाल यह है यह कि अपने स्वरूप में आने के तीन साल बाद भी विवि प्रशासन यह कार्य नहीं कर सका है।
दरअसल, भारतीय विश्वविद्यालयों डिग्री की वैधता के लिए नेपाल के त्रिभुवन विश्वविद्यालय की बुकलेट में नाम दर्ज कराना पड़ता है। इसके लिए राजदूत के माध्यम से पत्र भेजा जाता है। नेपाल निवासी छात्र प्रभु प्रसाद, सतीश पांडेय, राकेश, सोनू, प्रिया ढकाल आदि ने बताया कि उन्हें नेपाल में सरकारी नौकरी के लिए अप्लाई करना था। लेकिन जब त्रिभुवन विवि में पहुंचकर प्रमाण पत्रों की जांच कराई तो वहां सिद्धार्थ विवि की डिग्री को वैध नहीं माना गया। इसका कारण बुकलेट में नाम न दर्ज होना बताया गया। अगर जल्द ही बुकलेट में नाम नहीं दर्ज होता है तो उन्हें काफी परेशानी होगी
10 हजार से अधिक है छात्रों की संख्या
सिद्धार्थ विवि का दायरा छह जिलों में है। इसमें करीब 200 से अधिक कॉलेज संबद्ध है। इन जिलों में महराजगंज, संतकबीरनगर, बस्ती, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर शामिल है। इनमें महराजगंज, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती और बलरामपुर में बड़ी संख्या नेपाली छात्रों की है। बॉर्डर से सटा होने के कारण इन जिलों में हर साल नेपाली छात्र एडमिशन लेते हैं। वर्तमान में 10 हजार से अधिक छात्र सिद्धार्थ विवि में अध्ययनरत हैं।
त्रिभुवन विवि काठमांडू के बुकलेट में सिद्धार्थ विवि का नाम दर्ज नहीं है। ऐसे में सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी से जुड़े छात्रों को दिक्कत हो सकती है। इसे देखते हुए भारत के राजदूत के माध्यम से पत्राचार कराया जाएगा। जिससे की जल्द से जल्द बुकलेट में नाम दर्ज हो सके.