गोरखपुर 14 जुलाई उत्तरप्रदेश
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योगी राज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षा गृह एवं सांस्कृतिक केन्द्र में आयोजित विभिन्न अवस्थापना विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास एवं जनसभा कार्यक्रम के अवसर पर कुल रू0 8025.47 लाख की लागत की 123 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया जिसमें कुल रू0 3953.53 लाख की 48 परियोजनाओं का शिलान्यास तथा कुल रू0 4071.94 लाख की लागत की 75 परियोजनाओं का लोकार्पण सम्मिलित है। यह परियोजनाएं विधानसभा क्षेत्र गोरखपुर ग्रामीण, पिपराइच, सहजनवा, बासगांव, खजनी के विकास कार्यों की है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विकास किसी क्षेत्र विशेष हेतु सीमित नही है बल्कि पूरे जनपद के जनमानस के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए होता है। विकास के लिए धन की कमी नही है, आवश्यकता है कि उपलब्ध धनराशि का समयबद्ध ढंग से सदुपयोग किया जाये। विकास हर नागरिक के जीवन में परिवर्तन, खुशहाली एवं रोजगार के अवसर सृजित करने के साथ ही आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करेगी। विकास का कोई विकल्प नही होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी योजनाएं जनहित में संचालित की जाती है उसका लाभ पात्र जन को समय से उपलब्ध कराया जाये और विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करने के बजाये सभी को सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास की स्वीकृत योजनाओं में समग्रता छिपी होती है। सबका साथ और सबका विकास का भाव निहित होता है। हम सबका दायित्व है कि स्वीकृत परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाये, यह हर नागरिक के जीवन में परिवर्तन लायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर समेत पूरे प्रदेश में कोरोना का सफलतापूर्वक मुकाबला करने के साथ-साथ विकास की परियोजनाओं को भी तेजी के साथ आगे बढ़ाने का कार्य हो रहा है और जीवन के साथ ही जीविका को भी बचाया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना कमजोर हुआ है समाप्त नही, इसके प्रति लापरवाही नही होनी चाहिए, हर व्यक्ति मास्क पहने यह सुरक्षा प्रदान करता है और मास्क तमाम प्रकार के इंफेक्शन से बचाने में सफल है, इसके प्रति सभी को जागरूक किया जाये। उन्होंने कहा कि कोरोना काल खण्ड के दौरान कोरोना नियंत्रण में निगरानी समितियों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। यह समितियां मेडिकल किट वितरण से लेकर घर-घर जाकर स्क्रीनिंग का कार्य कर रही हैं। निगरानी समितियों से जुड़े हुए लोगों को सम्मानित करना हमारा दायित्व बनता है, सभी के सामूहिक प्रयासों का ही परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश में कोरोना नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि कोरोना के लक्षण दिखते ही इसे छिपाने के बजाये जांच कराकर उपचार करायें।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कोरोना से बचने के नियमों, मापदण्ड का पालन करते हुए वैक्सीनेशन हर व्यक्ति अवश्य कराये। प्रधानमंत्री ने पूरे देश में निशुल्क वैक्सीनेशन की व्यवस्था प्रदान की है, वैक्सीनेशन कोरोना से बचाव का सुरक्षा कवच है, सतर्कता व सावधानी ही इस महामारी से बचाव है। केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध करा रही है, इसका लाभ हर पात्र जन को पहुंचाया जाये। हम सभी को निर्बाध रूप से इन योजनाओं का स्वागत करना चाहिए
कोरोना के कारण जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया है, ऐसे बच्चों के या उनके कानूनी अभिभावक के बैंक खाते में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत जल्द ही 4,000 दिए जाएंगे और निशुल्क आधुनिक शिक्षा की व्यवस्था के साथ ही कोरोना के कारण निराश्रित महिलाओं को पेंशन तथा उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार दिया जायेगा ताकि वे आत्मनिर्भर होकर रह सके। केन्द्र/प्रदेश सरकार उनके सहयोग हेतु तत्पर है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर से बचाव की तैयारियां शुरू हो गयी है, बच्चों को मेडिसिन किट वितरण के साथ ही सफाई, सेनेटाइजर आदि की कार्यवाही चल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना पटरी व्यवसाइयों के लिए एक अच्छी योजना है जिसमें गरीब पटरी व्यवसाइयों को मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद के तहत ठोस कार्ययोजना तैयार कर बैंकों से ऋण प्राप्त किया जा सकता है ताकि बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मिले। उन्होंने कहा कि गोरखपुर के विकास संबंधी सभी मांगों को पूरा किया जा रहा है। बी.आर.डी. मेडिकल कालेज अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, एम्स व फर्टिलाइजर का लोकार्पण अक्टूबर माह में प्रस्तावित है, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दृष्टि से एम्स का निर्माण कराया गया है वही फर्टिलाइजर से रोजगार के अवसर सृजित होगे। पर्यटन विकास के साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार भी सृजित करता है। विकास को स्थायी रूप से बनाये रखने के लिए स्थानीय स्तर पर उसकी देखभाल/रखरखाव किया जाये ताकि इसका लाभ आने वाली पीढ़ी को मिले।
इस अवसर पर महापौर सीताराम जायसवाल, विधायक विपिन सिंह, शीतल पाण्डेय, महेन्द्रपाल सिंह, संगीता यादव, डा0 विमलेश पासवान, संत प्रसाद ने स्वागत अभिवादन किया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, पूर्व महापौर अंजू चैधरी, मण्डलायुक्त रवि कुमार एन.जी., जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विकास किसी क्षेत्र विशेष हेतु सीमित नही है बल्कि पूरे जनपद के जनमानस के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए होता है। विकास के लिए धन की कमी नही है, आवश्यकता है कि उपलब्ध धनराशि का समयबद्ध ढंग से सदुपयोग किया जाये। विकास हर नागरिक के जीवन में परिवर्तन, खुशहाली एवं रोजगार के अवसर सृजित करने के साथ ही आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करेगी। विकास का कोई विकल्प नही होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी योजनाएं जनहित में संचालित की जाती है उसका लाभ पात्र जन को समय से उपलब्ध कराया जाये और विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करने के बजाये सभी को सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास की स्वीकृत योजनाओं में समग्रता छिपी होती है। सबका साथ और सबका विकास का भाव निहित होता है। हम सबका दायित्व है कि स्वीकृत परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाये, यह हर नागरिक के जीवन में परिवर्तन लायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर समेत पूरे प्रदेश में कोरोना का सफलतापूर्वक मुकाबला करने के साथ-साथ विकास की परियोजनाओं को भी तेजी के साथ आगे बढ़ाने का कार्य हो रहा है और जीवन के साथ ही जीविका को भी बचाया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना कमजोर हुआ है समाप्त नही, इसके प्रति लापरवाही नही होनी चाहिए, हर व्यक्ति मास्क पहने यह सुरक्षा प्रदान करता है और मास्क तमाम प्रकार के इंफेक्शन से बचाने में सफल है, इसके प्रति सभी को जागरूक किया जाये। उन्होंने कहा कि कोरोना काल खण्ड के दौरान कोरोना नियंत्रण में निगरानी समितियों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। यह समितियां मेडिकल किट वितरण से लेकर घर-घर जाकर स्क्रीनिंग का कार्य कर रही हैं। निगरानी समितियों से जुड़े हुए लोगों को सम्मानित करना हमारा दायित्व बनता है, सभी के सामूहिक प्रयासों का ही परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश में कोरोना नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि कोरोना के लक्षण दिखते ही इसे छिपाने के बजाये जांच कराकर उपचार करायें।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कोरोना से बचने के नियमों, मापदण्ड का पालन करते हुए वैक्सीनेशन हर व्यक्ति अवश्य कराये। प्रधानमंत्री ने पूरे देश में निशुल्क वैक्सीनेशन की व्यवस्था प्रदान की है, वैक्सीनेशन कोरोना से बचाव का सुरक्षा कवच है, सतर्कता व सावधानी ही इस महामारी से बचाव है। केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध करा रही है, इसका लाभ हर पात्र जन को पहुंचाया जाये। हम सभी को निर्बाध रूप से इन योजनाओं का स्वागत करना चाहिए
कोरोना के कारण जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया है, ऐसे बच्चों के या उनके कानूनी अभिभावक के बैंक खाते में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत जल्द ही 4,000 दिए जाएंगे और निशुल्क आधुनिक शिक्षा की व्यवस्था के साथ ही कोरोना के कारण निराश्रित महिलाओं को पेंशन तथा उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार दिया जायेगा ताकि वे आत्मनिर्भर होकर रह सके। केन्द्र/प्रदेश सरकार उनके सहयोग हेतु तत्पर है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर से बचाव की तैयारियां शुरू हो गयी है, बच्चों को मेडिसिन किट वितरण के साथ ही सफाई, सेनेटाइजर आदि की कार्यवाही चल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना पटरी व्यवसाइयों के लिए एक अच्छी योजना है जिसमें गरीब पटरी व्यवसाइयों को मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद के तहत ठोस कार्ययोजना तैयार कर बैंकों से ऋण प्राप्त किया जा सकता है ताकि बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मिले। उन्होंने कहा कि गोरखपुर के विकास संबंधी सभी मांगों को पूरा किया जा रहा है। बी.आर.डी. मेडिकल कालेज अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, एम्स व फर्टिलाइजर का लोकार्पण अक्टूबर माह में प्रस्तावित है, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दृष्टि से एम्स का निर्माण कराया गया है वही फर्टिलाइजर से रोजगार के अवसर सृजित होगे। पर्यटन विकास के साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार भी सृजित करता है। विकास को स्थायी रूप से बनाये रखने के लिए स्थानीय स्तर पर उसकी देखभाल/रखरखाव किया जाये ताकि इसका लाभ आने वाली पीढ़ी को मिले।
इस अवसर पर महापौर सीताराम जायसवाल, विधायक विपिन सिंह, शीतल पाण्डेय, महेन्द्रपाल सिंह, संगीता यादव, डा0 विमलेश पासवान, संत प्रसाद ने स्वागत अभिवादन किया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, पूर्व महापौर अंजू चैधरी, मण्डलायुक्त रवि कुमार एन.जी., जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन आदि उपस्थित रहे।