बस्तीः
लालगंज थाना क्षेत्र के जनजनकला गांव में पट्टीदारी के विवाद में गांव में अकेले रह रही महिलाओं और नाबालिग बेटियों को दबंगों ने दिनदहाड़े घर में घुसकर मारापीटा और अपमानित करने की कोशिश की। पीड़ित पक्ष थाने पर पहुंचा, चोटो का मेडिकल कराया गया। तो पुलिस ने सहयोग कर न्याय दिलाने की बजाय तहरीर बदलवा दी। इतना ही नही डरा धमका कर मामले में सुलहनामे पर दस्तखत करा दिया।
घटना 18 मई की है। जनजनकला गांव की नंदनी देवी पत्नी राजेश कुमार ने पुलिस अधीक्षक को इस मामले में 19 मई को प्रार्थना पत्र देकर परिवार की सुरक्षा और न्याय के लिये गुहार लगाया है। नंदनी देवी का कहना है कि उनकी बेटियों और जिठानी को काफी चोट लगी थी। दो दिन अस्पताल में भर्ती कराकर उनका इलाज कराया गया। उनका आरोप है कि लालगंज पुलिस इस मामले में आरोपियों से मिली है, यही कारण है कि उन्हे डर डर कर जीना पड़ रहा है। बीएससी की छात्रा ज्योति ने बताया कि उसे और पूरे परिवार को जान से मार डालने की धमकियां मिल रही हैं।
घर से बाहर निकलने पर उनका और बहनों का पीछा किया जाता है। पुलिस की मिलीभगत के कारण दबंग कभी भी अनहोनी कर सकते हैं। नंदनी देवी की जिठानी ने कहा पट्टे की और नम्बर की जमीन को लेकर पट्टीदार नजर गड़ाये हैं। घर में कोई पुरूष नही है, सभी कामकाज के सिलसिले में मुबई रहे हैं। महिलाओं को अकेले पाकर वे कभी भी मनमानी कर सकते हैं। पूरे प्रकरण को गंभीर बताते हुये पीड़ित परिवार ने जान माल की सुरक्षा और महिलाओं की इज्जत बचाने के लिये पुलिस से न्याय की गुहार लगाया है।
घटना 18 मई की है। जनजनकला गांव की नंदनी देवी पत्नी राजेश कुमार ने पुलिस अधीक्षक को इस मामले में 19 मई को प्रार्थना पत्र देकर परिवार की सुरक्षा और न्याय के लिये गुहार लगाया है। नंदनी देवी का कहना है कि उनकी बेटियों और जिठानी को काफी चोट लगी थी। दो दिन अस्पताल में भर्ती कराकर उनका इलाज कराया गया। उनका आरोप है कि लालगंज पुलिस इस मामले में आरोपियों से मिली है, यही कारण है कि उन्हे डर डर कर जीना पड़ रहा है। बीएससी की छात्रा ज्योति ने बताया कि उसे और पूरे परिवार को जान से मार डालने की धमकियां मिल रही हैं।
घर से बाहर निकलने पर उनका और बहनों का पीछा किया जाता है। पुलिस की मिलीभगत के कारण दबंग कभी भी अनहोनी कर सकते हैं। नंदनी देवी की जिठानी ने कहा पट्टे की और नम्बर की जमीन को लेकर पट्टीदार नजर गड़ाये हैं। घर में कोई पुरूष नही है, सभी कामकाज के सिलसिले में मुबई रहे हैं। महिलाओं को अकेले पाकर वे कभी भी मनमानी कर सकते हैं। पूरे प्रकरण को गंभीर बताते हुये पीड़ित परिवार ने जान माल की सुरक्षा और महिलाओं की इज्जत बचाने के लिये पुलिस से न्याय की गुहार लगाया है।