उत्तरप्रदेश (आक्सीजन) छटपटाहट रहा था और दिल्ली मौज मारती रही.
byकौटिल्य वार्ता•
:लखनऊ,उत्तरप्रदेश
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के वो दस-पंद्रह दिन...। तेजी से बढ़ता संक्रमण, उखड़ती सांसें और बिलखते परिवार। हर मन में मानवता छटपटा रही थी। जाति, धर्म या वर्ग की हर दीवार एक-एक आह पर इस भावना से ढेर होती गई कि कैसे और किस-किसकी मदद कर दी जाए, लेकिन सबसे बड़ी बेबसी आक्सीजन संकट की थी। योगी आदित्यनाथ सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद आक्सीजन के लिए उत्तर प्रदेश इतना क्यों छटपटाया, उसका स्याह सच सामने आया है। दरअसल, दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा झूठे आकलन से चार गुना अधिक आक्सीजन ली गई, जिससे अन्य राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश को भी हर दिन लगभग 225 मीट्रिक टन आक्सीजन केंद्र से कम मिल पाई।