जिलाधिकारी दिव्या मित्तल एवं पुलिस अधीक्षक डा0 कौस्तुभ द्वारा घाघरा नदी मे सम्भावित बाढ़ के खतरों के दृष्टिगत बंधों का निराक्षण किय़ा गया।मौके पर उपस्थित अधिशाषी अभियन्ता ने अपनी क्रियाशील कार्ययोजना को जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जिलाधिकारी द्वारा तुरकौलिया नायक, जगदीशपुर, तिघरा कटहा, खैरगाड, से सम्बद्ध बंधों का भौतिक निरीक्षण किया गया तथा उसकी संवेदनशीलता के बारे मे जनकारी ली गयी। स्वीकृत परियोजना के अन्तर्गत तिघरा के पास हो रहे कार्य मे विलम्ब के प्रति जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी प्रकट की गयी तथा अधिकारियों को निर्देशित किया कि एक
सप्ताह के भीतर कार्यों को पूरा किया जाये।
सप्ताह के भीतर कार्यों को पूरा किया जाये।
उन्होंने निर्देशित किया कि निर्माणाधीन बंधों पर इस तरह पिचिंग कर दी जाये कि बाढ़ के समय प्रभावित जन एवं राहत वितरण से सम्बन्धित वाहनों के आवागमन में कोई असुविधा न हो। इस निरीक्षण में उन्होंने बाढ़ चौकियों की जानकारी उप जिलाधिकारी धनघटा से ली। तहसीलदार धनघटा को निर्देशित किया गया कि बाढ़ के समय विस्थापित लोगों के आश्रय स्थल का चयन समय से पहले कर लिया जाये। इसी तहसील मे स्थित दूसरी नदी कुआनो के सम्बन्ध में भी जिलाधिकारी द्वारा जानकारी ली गयी। मुखलिसपुर के पास निर्माणाधीन रेगुलेटर का भी निरीक्षण किया गया। बाढ़ प्रबन्धन के सम्बन्ध में सभी विभागीय लोगों को अपनी कार्ययोजना को समय से पूर्ण करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया।