प्रतापगढ़ में पत्रकार की मौत पर प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने यूपी सरकार से रिपोर्ट मांगी
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
प्रतापगढ़ में हुई टीवी पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की मौत के मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रेस काउंसलिंग ऑफ इंडिया ने यूपी सरकार से रिपोर्ट मांगी है। उत्तर प्रदेश पुलिस के पहले सड़क दुर्घटना में पत्रकार की मौत होने का बयान दिया था। जब पत्रकार संगठनों और विपक्षी दलों ने मुद्दे को गरमाया तब एसपी आलोक तोमर घटना स्थल पर गये। घटना स्थल के साक्ष्य और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया। विपक्षी दलों द्वारा बार-बार यह आरोप लगाया कि पुलिस ने सही जांच नही की है। पुलिस खोखले दावे कर रही है। उनकी जांच सही नहीं है।बताते हैं दें कि टीवी पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव ने शराब माफिया को लेकर एक खराब चलाई थी। जिसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी थी। उन्होंने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस को कथित तौर पर पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की थी। प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में मौत के मामले में गंभीरता से लेते हुए भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष न्यायमूर्ति चंद्रमौली कुमार प्रसाद ने मामले में स्वत संज्ञान लिया है और यूपी सरकार से भी इस बारे में रिपोर्ट तलब की गई है।
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के इस मामले में आने के बाद मामला और भी गंभीर हो गया है और मामले की जांच उच्च स्तरीय जांच कमेटी द्वारा की जा सकती है।प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार, राज्य के पुलिस महानिदेशक और प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक को मामले में तथ्यों के आधार पर एक रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया है। विपक्षी दलों ने उत्तर प्रदेश में टीवी पत्रकार की मौत मामले में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की है। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने त्वरित, निष्पक्ष और विश्वसनीय जांच की मांग की है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। प्रियंका वाड्रा के निर्देश पर मंगलवार को कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल मृतक पत्रकार के घर जाकर परिजनों से मिल कर उन्हें न्याय दिलाने के लिये हर संघर्ष में साथ देने का आश्वासन दिया।