1 जुलाई से सभी ब्लॉकों में टीकाकरण कलस्टर में कराया जाएगा। सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी, संबंधित एसडीएम तथा बीडीओ से समन्वय स्थापित कर इसकी कार्य योजना 2 दिन में प्रस्तुत करें। उक्त निर्देश जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल ने दिये है। विकास भवन परिसर में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि कलस्टर टीकाकरण के पायलट प्रोजेक्ट वाले ब्लॉक हर्रैया, कप्तानगंज, बनकटी, बहादुरपुर तथा गौर में प्रतिदिन 2000 टीका लगाने का लक्ष्य अवश्य पूरा किया जाए। उन्होने बैठक में अनुपस्थित रहने पर एई नगर पालिका का वेतन रोकने का निर्देश दिया है।
उन्होने कोविड-19 के टीकाकरण तथा सैंपलिंग में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है। समीक्षा में उन्होंने पाया कि बस्ती सदर, कप्तानगंज, विक्रमजोत, हर्रैया तथा बनकटी में एंटीजन की सैंपलिंग कम हुई है। जिलाधिकारी ने इसमें सुधार लाने का निर्देश दिया है।
उन्होने कोविड-19 के टीकाकरण तथा सैंपलिंग में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है। समीक्षा में उन्होंने पाया कि बस्ती सदर, कप्तानगंज, विक्रमजोत, हर्रैया तथा बनकटी में एंटीजन की सैंपलिंग कम हुई है। जिलाधिकारी ने इसमें सुधार लाने का निर्देश दिया है।
पायलट ब्लाकों के अतिरिक्त भी टीका करण
उन्होंने टीकाकरण कार्य में लगाए गए सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को पायलट ब्लॉक के अतिरिक्त 9 ब्लॉकों में टीकाकरण अभियान संचालित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि मोबाइल मेडिकल वैन को जगह-जगह पर खड़ी कर के अधिक से अधिक टीका लगाने का कार्य किया जाए। मोबाइल टीम द्वारा 110, 18 प्लस तथा 110, 45 प्लस लोगों का टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने निर्देश दिया कि पायलट ब्लॉक में अधिक से अधिक टीमें लगाकर टीकाकरण कराया जाएगा। प्रभारी चिकित्साधिकारियों के द्वारा जानकारी दिए जाने पर जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया है कि प्रत्येक टीम के साथ अध्यापक एवं शिक्षा मित्र लगाएं, जो रजिस्टर मेंटेनेंस का कार्य करेंगे। इसके अलावा उन्होंने सभी निगरानी समितियों के सदस्यों आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका, रोजगार सेवक, कोटेदार, तकनीकी सहायक, महिला स्वयं सहायता समूह की पदाधिकारी, सफाई कर्मी तथा ग्राम सचिव गांव में घूम कर लोगों को प्रेरित करके टीकाकरण केंद्र पर लाने का कार्य करेंगे। प्रत्येक दिन संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट ली जाएगी और जो ग्राम स्तरीय कर्मचारी अनुपस्थित या टीकाकरण में सहयोग करता नहीं पाए जाएगा, उस दिन उसका वेतन बाधित किया जाएगा।
उन्होंने टीकाकरण कार्य में लगाए गए सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को पायलट ब्लॉक के अतिरिक्त 9 ब्लॉकों में टीकाकरण अभियान संचालित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि मोबाइल मेडिकल वैन को जगह-जगह पर खड़ी कर के अधिक से अधिक टीका लगाने का कार्य किया जाए। मोबाइल टीम द्वारा 110, 18 प्लस तथा 110, 45 प्लस लोगों का टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने निर्देश दिया कि पायलट ब्लॉक में अधिक से अधिक टीमें लगाकर टीकाकरण कराया जाएगा। प्रभारी चिकित्साधिकारियों के द्वारा जानकारी दिए जाने पर जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया है कि प्रत्येक टीम के साथ अध्यापक एवं शिक्षा मित्र लगाएं, जो रजिस्टर मेंटेनेंस का कार्य करेंगे। इसके अलावा उन्होंने सभी निगरानी समितियों के सदस्यों आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका, रोजगार सेवक, कोटेदार, तकनीकी सहायक, महिला स्वयं सहायता समूह की पदाधिकारी, सफाई कर्मी तथा ग्राम सचिव गांव में घूम कर लोगों को प्रेरित करके टीकाकरण केंद्र पर लाने का कार्य करेंगे। प्रत्येक दिन संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट ली जाएगी और जो ग्राम स्तरीय कर्मचारी अनुपस्थित या टीकाकरण में सहयोग करता नहीं पाए जाएगा, उस दिन उसका वेतन बाधित किया जाएगा।
कर्मचारी होंगे तैनात
उन्होंने कहा कि प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा प्रत्येक टीकाकरण टीम में टीका लगाने के लिए एएनएम या सीएचओ में से किसी एक कर्मचारी को तैनात करेंगे। उद्देश्य है कि टीकाकरण के लिए अधिक से अधिक टीमें बनाई जा सके। साथ ही सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को यह सुनिश्चित करना है कि एंटीजन एवं आरटीपीसीआर का सैंपलिंग कम न हो।
उन्होंने कहा कि पायलट ब्लॉकों में सर्वाधिक 1826 टीका हर्रैया में लगाया गया। यहां पर 25 टीमें लगाई गई थी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि ऑनलाइन एवं ऑफलाइन एंट्री में किसी प्रकार का अंतर न हो तथा गलत रिपोर्टिंग न की जाए। इसके लिए प्रत्येक दिन शाम को इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए उन्होंने यूएनडीपी के हरेंद्र को निर्देशित किया है। उन्होंने कप्तानगंज में 2000 टीकाकरण के सापेक्ष मात्र 713 लोगों का टीकाकरण कराने पर नाराजगी व्यक्त किया। यहाॅ पर मात्र 12 टीमें टीकाकरण के लिए लगायी गयी थी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पायलट ब्लॉक में 20 से 25 टीमें लगाई जाएं तथा निगरानी समितियों को सक्रिय किया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा प्रत्येक टीकाकरण टीम में टीका लगाने के लिए एएनएम या सीएचओ में से किसी एक कर्मचारी को तैनात करेंगे। उद्देश्य है कि टीकाकरण के लिए अधिक से अधिक टीमें बनाई जा सके। साथ ही सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को यह सुनिश्चित करना है कि एंटीजन एवं आरटीपीसीआर का सैंपलिंग कम न हो।
उन्होंने कहा कि पायलट ब्लॉकों में सर्वाधिक 1826 टीका हर्रैया में लगाया गया। यहां पर 25 टीमें लगाई गई थी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि ऑनलाइन एवं ऑफलाइन एंट्री में किसी प्रकार का अंतर न हो तथा गलत रिपोर्टिंग न की जाए। इसके लिए प्रत्येक दिन शाम को इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए उन्होंने यूएनडीपी के हरेंद्र को निर्देशित किया है। उन्होंने कप्तानगंज में 2000 टीकाकरण के सापेक्ष मात्र 713 लोगों का टीकाकरण कराने पर नाराजगी व्यक्त किया। यहाॅ पर मात्र 12 टीमें टीकाकरण के लिए लगायी गयी थी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पायलट ब्लॉक में 20 से 25 टीमें लगाई जाएं तथा निगरानी समितियों को सक्रिय किया जाए।
जनपद तीसरी लहर से निपटने में सक्षम
जिलाधिकारी ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण कराया जाना आवश्यक है। टीकाकरण कराने से ही तीसरी लहर में सुरक्षा एवं बचाव हो सकेगा। उन्होंने एकीकृत कमांड एवं कंट्रोल सेंटर में तैनात माध्यमिक शिक्षा एवं बेसिक शिक्षा के सहयोगियों को निर्देशित किया है कि दूसरे डोज के लिए ड्यू लोगों को प्रतिदिन फोन से उनको अलर्ट करें ताकि वह समय पर जाकर दूसरी डोज लगवा सकें। उन्होंने यूएनडीपी के हरेंद्र को निर्देशित किया कि सेकेण्ड डोज के लिए ड्यू लोगों की सूची उपलब्ध करा दें ताकि उनसे फोन पर बात की जा सके।
उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने अंतर्गत आने वाले थानों के थानाध्यक्ष के साथ बैठक करके अपने क्षेत्र में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कराना सुनिश्चित करें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग रखी जाए। बाहर निकलने पर प्रत्येक व्यक्ति मास्क का प्रयोग करें। व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखा जाए। कोरोना के तीसरे लहर से बचाव में प्रोटोकॉल का महत्वपूर्ण योगदान है।
जिलाधिकारी ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण कराया जाना आवश्यक है। टीकाकरण कराने से ही तीसरी लहर में सुरक्षा एवं बचाव हो सकेगा। उन्होंने एकीकृत कमांड एवं कंट्रोल सेंटर में तैनात माध्यमिक शिक्षा एवं बेसिक शिक्षा के सहयोगियों को निर्देशित किया है कि दूसरे डोज के लिए ड्यू लोगों को प्रतिदिन फोन से उनको अलर्ट करें ताकि वह समय पर जाकर दूसरी डोज लगवा सकें। उन्होंने यूएनडीपी के हरेंद्र को निर्देशित किया कि सेकेण्ड डोज के लिए ड्यू लोगों की सूची उपलब्ध करा दें ताकि उनसे फोन पर बात की जा सके।
उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने अंतर्गत आने वाले थानों के थानाध्यक्ष के साथ बैठक करके अपने क्षेत्र में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कराना सुनिश्चित करें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग रखी जाए। बाहर निकलने पर प्रत्येक व्यक्ति मास्क का प्रयोग करें। व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखा जाए। कोरोना के तीसरे लहर से बचाव में प्रोटोकॉल का महत्वपूर्ण योगदान है।