मुंगराबादशाहपुर कस्बे के पकड़ी लतहरिया वार्ड निवासी राम आसरे पटेल की शनिवार की देर शाम लाठी-डंडे से पीटकर हत्या की वजह बनी थी महज आधा गज जमीन। एक आरोपित को पुलिस ने देर रात गिरफ्तार कर लिया था। दो अन्य की तलाश में संभावित स्थानों पर दबिश दे रही है। उधर, मोहल्लावासियों के आक्रोश को देखते हुए आरोपितों के घर की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। राम आसरे पटेल का पड़ोसी राजेश प्रजापति से आबादी की दो फिट से कम जमीन को लेकर मामूली विवाद था। इसी जमीन को बचाने में राम आसरे पटेल ने जान से हाथ धो बैठा। राम आसरे की मौत से परिवार पर दःुख का पहाड़ टूट पड़ा है। पत्नी माधुरी, विधवा मां बबना देवी दहाड़े मारकर रोते-रोते बेसुध हो जा रही हैं। पांच वर्ष का पुत्र आयुष भी बिलख-बिलखकर रो रहा है। छोटा भाई राम अचल तो गुमसुम हो गया है। उसे समझ नहीं आ रहा है कि परिवार का बोझ कैसे उठाएगा।
राम आसरे का परिवार जर्जर कच्चे मकान में रहता है। बगल में राजेश प्रजापति की आबादी है। चार दिन पहले राजेश ने राम आसरे के घर से सटाकर ईंट की दीवार बनावाकर उसकी आबादी की जमीन घेर ली थी। राम आसरे के घर के बगल उसकी आधा गज जमीन थी, जिसमें पानी गिराने के लिए घर में घोरिया लगी है। इसी जमीन पर विपक्षी ने कब्जा कर लिया।
यही आधा गज जमीन बचाने के लिए संघर्ष कर रहे राम आसरे की जान का पड़ोसी दुश्मन बन गया। दोनों के बीच विवाद में कई बार पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन ठोस कार्रवाई की बजाय डांट-डपटकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली थी। पुलिस ने मामूली विवाद को गंभीरता से लिया होता तो शायद यह बड़ी घटना टल जाती। घटना के बाद भड़का आक्रोश हत्यारोपितों के साथ ही पुलिस के प्रति भी था। मोहल्लेवासियों को लग रहा था कि पुलिस आरोपितों को बचाने का प्रयास कर सकती है। इसलिए वे गिरफ्तारी की मांग करते हुए पुलिस को शव के पास फटकने नहीं दे रहे थे। चार घंटे इंतजार के बाद पुलिस हल्का बल प्रयोग कर शव कब्जे में ले पाई थी।