गंगापुत्र कर्ण की तर्ज पर गंगा में बक्से में बहती मिली गङ्गा पुत्री! नाम भी गंगा। !!

 

गाज़ीपुर, उत्तरप्रदेश



गंगापुत्र कर्ण को तो दुनिया जानती है ,पर ठीक उसी तर्ज पर कल गङ्गा पुत्री का भी अवतरण होगया।आश्चर्य तो यह कन्या की कुण्डली तक रखी हुई बक्से में मिली है.नवजात के मिलने को लोग उत्सुकता से बात कर रहे हैं.

गंगा जिसे मोक्षदायिनी और जीवनदायिनी भी कहा जाता है। जिस गंगा में पिछले दिनों लाशों के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ उसी गंगा में लकड़ी के बक्से में नवजात बच्ची मिली। गाजीपुर के सदर कोतवाली इलाके के ददरी घाट के किनारे गंगा में बहते बक्से से बच्ची के रोने की आवाज सुनकर लोगों ने तत्काल उसे बाहर निकाला। बक्सा खोला तो सभी अवाक रह गए।

चुनरी में लिपटी बच्ची के साथ जन्म कुंडली भी रखी थी। बॉक्स में देवी दुर्गा और भगवान विष्णु का चित्र भी चिपका हुआ था। कुंडली में बच्ची का नामकरण भी किया गया था और उसे गंगा नाम दिया गया था। बक्से में रखी कुंडली के अनुसार बच्ची 21 दिनों की है। बच्ची को गंगा से निकालने वाले मल्लाह परिवार ने उसे अपने पास रखने की अधिकारियों से मांग की। फिलहाल जिला अधिकारी ने अगले 7 दिनों तक इंतजार करने की बात कही है।


बच्ची को निकालने वाले मल्लाह गुल्लू चौधरी के अनुसार बक्से से बच्ची की आवाज सुनने के बाद भी कोई छू नहीं रहा था। इस पर मल्लाह ने तत्काल बाक्स को किनारे किया और खोला तो दंग रह गया। बॉक्स खोला तो उसमें बच्ची के साथ देवी दुर्गा और भगवान विष्णु का चित्र भी लगा हुआ था और बच्ची के कमर में चुंदरी बंधी थी। बच्ची की कुंडली भी बाक्स में मिली है। इसमें उसका नामकरण गंगा किया गया था। मल्लाह बच्ची को लेकर अपने घर आ गया और नहला धुला कर अपने घर पर ही रख लिया था। 

तेज बारिश होने के कारण कई घंटे इस परिवार ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी। देर शाम सिविल ड्रेस में एक युवक और युवती उसके घर पहुंचे और बच्ची की मांग करने लगे।  लोगों ने देने से इनकार कर दिया। इसके बाद जानकारी पुलिस तक पहुंची। बच्ची के साथ मिले हुए सभी सामान के साथ मल्लाह कोतवाली पहुंचा और बच्ची को पुलिस को सुपुर्द कर दिया। इसके पश्चात इस परिवार ने बच्ची को पालने की लालसा से इन लोगों ने जिला अधिकारी को एक पत्र भी सौंपा। इस पर जिलाधिकारी ने इन लोगों से 1 सप्ताह बाद इस संबंध में निर्णय लेने की बात कही। फिलहाल बच्ची को आशा ज्योति केंद्र में रखा गया है। पुलिस प्रशासन बच्ची के बारे में और जानकारी पता करने में जुटा है। 

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