बस्ती,उत्तरप्रदेश
ऋण योजना में रू0 220626.78 लाख के सापेक्ष 208559.42 लाख ऋण वितरित किया गया, जो लक्ष्य का 94.53 प्रतिशत है। उक्त जानकारी जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल ने दी है। उन्होने बताया कि कृषि क्षेत्र में रू0 148510.20 लाख, लघु, मध्यम एवं सूक्ष्म उद्योग में रू0 36697.05 लाख, अन्य प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में रू0 9132.49 लाख तथा गैर प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में रू0 14219.68 लाख वितरित किया गया है। उन्होने बताया कि वर्ष 2020 में इसी अवधि में रू0 176042.85 कुल 72.95 प्रतिशत उपलब्धि हासिल हुयी थी।
उन्होने बताया कि 34307 नये एवं 46903 रीनिवल के सापेक्ष 76014 किसान क्रेडिट कार्ड बनाये गये, जो लक्ष्य का 94 प्रतिशत है। वर्ष 2021-22 में 88416 लक्ष्य के सापेक्ष रू0 154114 लाख किसान के्रडिट कार्ड के रूप में किसानों को वितरित किया जायेंगा। इसका बैंकवार लक्ष्य आवंटित कर दिया गया है। उन्होने बताया कि दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के 936 सदस्य को केसीसी के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया गया है। उन्होने बताया कि 75 मत्स्य पालक को केसीसी के द्वारा ऋण उपलब्ध कराया गया है। वर्ष 2021-22 में 313 मत्स्य पालको को ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।
उन्होने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार वर्ष 2022 तक किसानांे की आय दुगनी किए जाने का लक्ष्य है। इसके लिए बैंक एवं नाबार्ड द्वारा बकरी पालन, पशु पालन, मुर्गी पालन एवं मत्स्य पालन आदि कार्यो को अपनाये जाने के लिए ऋण दिया जा रहा है। भारतीय रिर्जब बैंक द्वारा भी सभी बैंक को पात्र एवं जरूरतमंद लोगों को अधिक से अधिक ऋण दिये जाने के निर्देश दिये गये है।
उन्होने बताया कि वर्ष 2021-22 में एक जनपद एक उत्पाद योजना में 32 उद्यमियों को रू0 80 लाख मार्जिनमनी उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्ष 2020-21 में 43 उद्यमियों को रू0 48.51 लाख मार्जिनमनी वितरित किया गया है। वर्ष 2021-22 में मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना में 10 उद्यमियों को रू0 50 लाख का ऋण उपलब्ध कराया जायेंगा।
उन्होने बताया कि पं0 दीनदयाल उपाध्याय स्वतः रोजगार योजना (एस0सी0पी0) के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में 240 अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को ऋण वितरित किया गया। पी0एम0 स्ट्रीट वेण्डर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के अन्तर्गत 2631 रेहड़ी, पटरी वालो को रू0 10 हजार का प्रत्येक को ऋण उपलब्ध कराया गया। वर्ष 2021-22 में इस योजना में 2911 रेहड़ी, पटरी वालों को ऋण उपलब्ध कराया जायेंगा। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में 7568 लोगों को ऋण वितरित किया गया.
उन्होने बताया कि 34307 नये एवं 46903 रीनिवल के सापेक्ष 76014 किसान क्रेडिट कार्ड बनाये गये, जो लक्ष्य का 94 प्रतिशत है। वर्ष 2021-22 में 88416 लक्ष्य के सापेक्ष रू0 154114 लाख किसान के्रडिट कार्ड के रूप में किसानों को वितरित किया जायेंगा। इसका बैंकवार लक्ष्य आवंटित कर दिया गया है। उन्होने बताया कि दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के 936 सदस्य को केसीसी के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया गया है। उन्होने बताया कि 75 मत्स्य पालक को केसीसी के द्वारा ऋण उपलब्ध कराया गया है। वर्ष 2021-22 में 313 मत्स्य पालको को ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।
उन्होने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार वर्ष 2022 तक किसानांे की आय दुगनी किए जाने का लक्ष्य है। इसके लिए बैंक एवं नाबार्ड द्वारा बकरी पालन, पशु पालन, मुर्गी पालन एवं मत्स्य पालन आदि कार्यो को अपनाये जाने के लिए ऋण दिया जा रहा है। भारतीय रिर्जब बैंक द्वारा भी सभी बैंक को पात्र एवं जरूरतमंद लोगों को अधिक से अधिक ऋण दिये जाने के निर्देश दिये गये है।
उन्होने बताया कि वर्ष 2021-22 में एक जनपद एक उत्पाद योजना में 32 उद्यमियों को रू0 80 लाख मार्जिनमनी उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्ष 2020-21 में 43 उद्यमियों को रू0 48.51 लाख मार्जिनमनी वितरित किया गया है। वर्ष 2021-22 में मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना में 10 उद्यमियों को रू0 50 लाख का ऋण उपलब्ध कराया जायेंगा।
उन्होने बताया कि पं0 दीनदयाल उपाध्याय स्वतः रोजगार योजना (एस0सी0पी0) के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में 240 अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को ऋण वितरित किया गया। पी0एम0 स्ट्रीट वेण्डर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के अन्तर्गत 2631 रेहड़ी, पटरी वालो को रू0 10 हजार का प्रत्येक को ऋण उपलब्ध कराया गया। वर्ष 2021-22 में इस योजना में 2911 रेहड़ी, पटरी वालों को ऋण उपलब्ध कराया जायेंगा। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में 7568 लोगों को ऋण वितरित किया गया.