लखनऊ
विपत्ति आती है ऐसी प्लीज ऐसे सारे परिवार को एक एक कर आए और उजाड़ कर उखाड़ कर ले कर कर चली जाए.आदमी ताना-बाना बुनते हुए एक-एक करके जिंदगी की सांसों के साथ आगे बढ़ता है अपने अपने परिजनों पर भरण-पोषण की चिंता करता है ,पर विपत्ति है कि उसको किसी से कुछ लेना-देना नहीं .काल के प्रभाव से कभी भी किसी का भी में कोई भी समाप्त हो सकता है .या काल ऐसा निर्मम है कि किसी को पता नहीं कि कब आएगा कब जाएगा .
वास्तव में यक्ष प्रश्न है दुनिया का सबसे बड़ा आश्चर्य है कि हर व्यक्ति जानता है कि मेरी मृत्यु निश्चित है लेकिन मृत्यु से भागता है इसी क्रम में इस करोना काल में लखनऊ जनपद के इमलिया पुरवा गांव में गत 25 अप्रैल से 7 मई के बीच में ऐसा गजब घटा करो ना काल में ऐसा तूफान मचा दिया कि पूरा गांव हाहाकार कर माथा पीटता नजर आया .
आस पड़ोस परिवार के लोग त्राहिमाम करने लगे एक ही परिवार के 7 लोगों को एक-एक करके करोना ने लील लिया जिसमें 1 सदस्य की हृदयाघात से मृत्यु हुई थी .करुण दृश्य देखिए सोमवार को 5 सदस्यों की एक ही साथ ही तेरही हुई .गांव के प्रधान मेवाराम का कहना है कि गांव में इतनी मौत होने के बावजूद भी शासन प्रशासन से आज तक कोई जांच नहीं आई यह चिंता का विषय है