लखनऊ,उत्तरप्रदेश
मथुरा जनपद के ऐसा मामला प्रकाश में आया है जहां डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के शैक्षिक सत्र 2004 2005 में शिक्षा स्नातक अर्थात B.Ed के फर्जी डिग्री कथित तौर पर लेकर नौकरी प्राप्त कर ली गई बताते हैं कि 32 कथित रूप से फर्जी सहायक अध्यापकों के मामले प्रकाश में आए हैं.
एसआईटी जांच में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के शत्रु 2004-5 में कथित रूप से पास होने के बाद इनकी डिग्री फर्जी पाई गई है इस जांच में जनपद मथुरा के वे शिक्षक शामिल मिले हैं बताते हैं कि लोगों ने कथित रूप से शैक्षिक योग्यता और अंकपत्र मैं हेराफेरी की गई है बीघा भी विभागीय जांच मिलने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी मथुरा में ऐसे कथित शिक्षकों की पहचान करते हुए उनकी सेवा के समाप्ति की कार्यवाही कर दी और उनके खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दर्ज करा दी .
कुछ शिक्षक न्यायालय गए पर अभी तक उनकी कोई राहत नहीं मिली है 32 शिक्षकों के खिलाफ कथित तौर पर फर्जी प्रमाण पत्र के साथ नौकरी हासिल करने का मामला दर्ज हुआ है इन आरोपियों में शामिल प्रीति राठोर के खिलाफ खंड शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार ने वृंदावन कोतवाली ने में एफ आई आर दर्ज कराया है इस तरह से इस तरह से लगभग संपूर्ण प्रदेश में कथित रूप से फर्जी B.Ed बीटीसी ग्रेजुएशन करके प्राथमिक शिक्षा में नौकरी देने और दिलाने वालों का बहुत बड़ा जाल है जिस का पर्दाफाश आवश्यक है.