संचारी रोगो तथा दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण तथा इनका त्वरित एवं सही उपचार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उक्त जानकारी जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल ने दी है। उन्होने बताया कि जुलाई माह में संचालित अभियान के दौरान संचारी रोगों के साथ-साथ कोविड-19 महामारी से बचाव तथा इसके रोग के लक्षणों के बारे में आशा एवं आगनबाडी कार्यकत्री द्वारा जानकारी घर-घर पहुॅचायी जायेंगी। इस अभियान का शुभारम्भ 01 जुलाई से किया जायेंगा।
उन्होने कहा कि अभियान के दौरान 11 विभागों द्वारा समन्वित प्रयास करके इन रोगों पर सफलतापूर्वक नियंत्रण के लिए कार्यवाही की जायेंगी। उन्होने कहा कि चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग इस अभियान का नोडल विभाग होंगा, जो जनपद, तहसील, ब्लाक एवं ग्राम स्तर पर विभागीय अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित करके अभियान संचालित करेंगा। अभियान के दौरान बुखार, इन्फ्लुएन्जा लाइफ इलनेश (आईएलआई), क्षय रोग तथा कुपोषित बच्चों के प्राप्त सूची के अनुसार रोगियों का उपचार किया जायेंगा। विभाग द्वारा अभियान की मानीटरिंग, पर्यवेक्षण, रिपोर्टिंग, अभिलेखीकरण तथा विश्लेषण किया जायेंगा।
उन्होने कहा कि नगर पालिका एंव नगर पंचायते मोहल्ला निगरानी समितियों के माध्यम से कोविड तथा संचारी रोगो के साथ-साथ शुद्ध पेयजल, स्वच्छता, खुले में शौच न करना तथा मच्छरों के रोक-थाम के लिए जागरूकता के लिए कार्य करेंगी। खुली नालियों को ठकने की व्यवस्था की जायेंगी, फाॅगिंग कराया जायेंगा, झाड़ियों की सफाई करायी जायेंगी।
उन्होने कहा कि पंचायती राज विभाग द्वारा ग्राम स्तर पर साफ-सफाई, हाथ धोना, शौचालय की सफाई तथा जल निकासी की व्यवस्था करायी जायेंगी। ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधान अभियान के नोडल होंगे। वी0एच0एस0एन0सी0 के माध्यम से संचारी रोगो तथा दिमागी बुखार के रोकथाम के लिए सघन प्रचार-प्रसार कराया जायेंगा। उथले हैण्डपम्प को लाल रंग से चिन्हित किया जायेंगा, खराब इण्डिया मार्क टू हैण्डपम्प ठीक कराया जायेंगा, जलाशय एवं नालियों की सफाई करायी जायेंगी, झाड़ियों की काट-छाट किया जायेंगा तथा मैलाथियान से फाॅगिग करायी जायेंगी। गाॅव में कूडेदान की व्यवस्था करायी जायेंगी।
उन्होने कहा कि पशुपालन विभाग सूकर पालको को अन्य व्यवसाय जैसे पोल्ट्री उद्योग को अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। सूअरबाड़ो पर वेक्टर नियंत्रण एंव सीरो सर्विलेन्स की व्यवस्था करायेंगें। सूअरबाड़े आबादी से दूर स्थापित किए जायेंगे। सूअरबाडो की नियमित सफाई करायी जायेंगी तथा कीटनाशक का छिड़काव किया जायेंगा। सभी प्रकार के पशुबाड़ो की स्वच्छता, कचरा निस्तारण तथा मच्छररोधी जाली के प्रयोग के लिए पशुपालको को प्रेरित किया जायेंगा।
उन्होने कहा कि आगनबाड़ी कार्यकत्री वी0एच0एस0एन0डी0 की बैठक कराकर कुपोषित बच्चों को चिन्हित करके उन्हें पोषाहार का वितरण करेंगी। बेसिक शिक्षा विभाग अभिभावको एंव शिक्षको का व्हाट्सएप गु्रप बनाकर कोविड-2019 दिमागी बुखार एवं अन्य संचारी रोग से बचाव, रोकथाम एंव उपचार के लिए प्रशिक्षण दिया जायेंगा। उन्हें क्लोरीनेशन डेमो, पेयजल को उबालना, साबुन से हाथ धोना, शौचालय का प्रयोग करने के लिए जागरूक किया जायेंगा।
उन्होने कहा कि एईएस/जेई रोग से दिव्याग हुए बच्चों का सर्वे कराया जायेंगा। डीडीआरसी सेण्टर द्वारा उनका उपचार किया जायेंगा तथा सहायक उपकरण विभाग द्वारा उपलब्ध कराये जायेंगे। कृषि एवं सिचाई विभाग एकत्र हुए पानी में मच्छरों के प्रजनन को रोकने तथा सिचाई के वैकल्पिक उपाय पर अपनी तकनीकी सलाह देंगा। उद्यान विभाग मच्छररोधी पौधे लगायेगा। नहरो तथा तालाबों के किनारे अवान्छित वनस्पतियों को साफ करायेगा। सूचना विभाग सभी गतिविधियों का जनमानस में व्यापक प्रचार-प्रसार करायेंगा।
उन्होने कहा कि अभियान के दौरान 11 विभागों द्वारा समन्वित प्रयास करके इन रोगों पर सफलतापूर्वक नियंत्रण के लिए कार्यवाही की जायेंगी। उन्होने कहा कि चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग इस अभियान का नोडल विभाग होंगा, जो जनपद, तहसील, ब्लाक एवं ग्राम स्तर पर विभागीय अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित करके अभियान संचालित करेंगा। अभियान के दौरान बुखार, इन्फ्लुएन्जा लाइफ इलनेश (आईएलआई), क्षय रोग तथा कुपोषित बच्चों के प्राप्त सूची के अनुसार रोगियों का उपचार किया जायेंगा। विभाग द्वारा अभियान की मानीटरिंग, पर्यवेक्षण, रिपोर्टिंग, अभिलेखीकरण तथा विश्लेषण किया जायेंगा।
उन्होने कहा कि नगर पालिका एंव नगर पंचायते मोहल्ला निगरानी समितियों के माध्यम से कोविड तथा संचारी रोगो के साथ-साथ शुद्ध पेयजल, स्वच्छता, खुले में शौच न करना तथा मच्छरों के रोक-थाम के लिए जागरूकता के लिए कार्य करेंगी। खुली नालियों को ठकने की व्यवस्था की जायेंगी, फाॅगिंग कराया जायेंगा, झाड़ियों की सफाई करायी जायेंगी।
उन्होने कहा कि पंचायती राज विभाग द्वारा ग्राम स्तर पर साफ-सफाई, हाथ धोना, शौचालय की सफाई तथा जल निकासी की व्यवस्था करायी जायेंगी। ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधान अभियान के नोडल होंगे। वी0एच0एस0एन0सी0 के माध्यम से संचारी रोगो तथा दिमागी बुखार के रोकथाम के लिए सघन प्रचार-प्रसार कराया जायेंगा। उथले हैण्डपम्प को लाल रंग से चिन्हित किया जायेंगा, खराब इण्डिया मार्क टू हैण्डपम्प ठीक कराया जायेंगा, जलाशय एवं नालियों की सफाई करायी जायेंगी, झाड़ियों की काट-छाट किया जायेंगा तथा मैलाथियान से फाॅगिग करायी जायेंगी। गाॅव में कूडेदान की व्यवस्था करायी जायेंगी।
उन्होने कहा कि पशुपालन विभाग सूकर पालको को अन्य व्यवसाय जैसे पोल्ट्री उद्योग को अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। सूअरबाड़ो पर वेक्टर नियंत्रण एंव सीरो सर्विलेन्स की व्यवस्था करायेंगें। सूअरबाड़े आबादी से दूर स्थापित किए जायेंगे। सूअरबाडो की नियमित सफाई करायी जायेंगी तथा कीटनाशक का छिड़काव किया जायेंगा। सभी प्रकार के पशुबाड़ो की स्वच्छता, कचरा निस्तारण तथा मच्छररोधी जाली के प्रयोग के लिए पशुपालको को प्रेरित किया जायेंगा।
उन्होने कहा कि आगनबाड़ी कार्यकत्री वी0एच0एस0एन0डी0 की बैठक कराकर कुपोषित बच्चों को चिन्हित करके उन्हें पोषाहार का वितरण करेंगी। बेसिक शिक्षा विभाग अभिभावको एंव शिक्षको का व्हाट्सएप गु्रप बनाकर कोविड-2019 दिमागी बुखार एवं अन्य संचारी रोग से बचाव, रोकथाम एंव उपचार के लिए प्रशिक्षण दिया जायेंगा। उन्हें क्लोरीनेशन डेमो, पेयजल को उबालना, साबुन से हाथ धोना, शौचालय का प्रयोग करने के लिए जागरूक किया जायेंगा।
उन्होने कहा कि एईएस/जेई रोग से दिव्याग हुए बच्चों का सर्वे कराया जायेंगा। डीडीआरसी सेण्टर द्वारा उनका उपचार किया जायेंगा तथा सहायक उपकरण विभाग द्वारा उपलब्ध कराये जायेंगे। कृषि एवं सिचाई विभाग एकत्र हुए पानी में मच्छरों के प्रजनन को रोकने तथा सिचाई के वैकल्पिक उपाय पर अपनी तकनीकी सलाह देंगा। उद्यान विभाग मच्छररोधी पौधे लगायेगा। नहरो तथा तालाबों के किनारे अवान्छित वनस्पतियों को साफ करायेगा। सूचना विभाग सभी गतिविधियों का जनमानस में व्यापक प्रचार-प्रसार करायेंगा।