बच्चो के नियमित टीका करण पर कलक्टर का जोर

 



बस्ती 
जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल ने बच्चों का नियमित टीकाकरण सेशन बुधवार एवं शनिवार को संचालित करने का निर्देश दिया है। एकीकृत कोविड-19 कमांड एवं कंट्रोल सेंटर में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि पात्र बच्चों को आशा एवं आंगनवाड़ी अपने गांव भ्रमण के दौरान टीकाकरण कराने के लिए सेंटर पर भेजेंगे। उन्होंने कहा कि पीएचसी पर ओपीडी शुरू की जाएगी, साथ ही सभी 107 डिलीवरी प्वाइंट पर प्रसव शुरू कराया जाएगा। उन्होंने 01 जून से कोर्ट, विकास भवन, मीडिया एवं सरकारी कर्मचारियों एवं 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के अभिभावकों को कोविड का टीका लगवाने का सेशन शुरू कराने का भी निर्देश दिया है। अभिभावकों को टीका लगवाने का नोडल बेसिक शिक्षा अधिकारी को बनाया गया है।
         समीक्षा में उन्होंने पाया कि वर्तमान में बच्चों का टीका लगाया जा रहा है, परंतु उनकी संख्या बहुत कम है। ऐसी स्थिति में काफी बच्चे टीकाकृत होने से वंचित होंगे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अन्य कार्यों के साथ आशा एवं आंगनवाड़ी ऐसे बच्चों को टीका लगवाने के लिए उनके अभिभावकों को सेंटर पर भेजेंगी। प्रत्येक न्याय पंचायत में तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट इसकी भी निगरानी करेंगे। उन्होंने ग्राम प्रधान एवं कोटेदार को भी निर्देश दिया है कि इस कार्य में सहयोग करेंगे। विशेष रुप से टीकाकरण का विरोध करने वाले परिवारों को समझाएंगे।
       उन्होंने स्टोर में रखें लगभग 103 शुगर नापने के लिए ग्लूकोमीटर एवं उसकी स्ट्रिप सभी पीएचसी और आरआरटी टीम को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है ताकि कोरोना प्रभावित एवं अन्य लोगों का शुगर की जांच कराई जा सके। उल्लेखनीय है कि ब्लैक फंगस की रोकथाम के लिए शुगर लेवल नार्मल रखना बहुत आवश्यक है। ग्लूकोमीटर से जांच के बाद यदि शुगर अधिक पाया जाता है तो उसका तत्काल इलाज कराया जाएगा। मेडिसिन किट की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए उन्होंने दुर्गेश मल्ल को निर्देश दिया कि दवाओं के किट की उपलब्धता की सूचना ब्लॉकवार उपलब्ध कराएं। किट के संबंध में एसीएमओ डॉ० सीके वर्मा ने बताया कि 35000 से अधिक किट का वितरण कोविड मरीजों में किया जा चुका है। वर्तमान समय में प्रत्येक आशा के पास लगभग आधा दर्जन किट उपलब्ध है। कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या दिन-प्रतिदिन कम होने की स्थिति को देखते हुए दवाओं की उपलब्धता पर्याप्त है।


       समीक्षा में उन्होंने पाया कि कोविड-19 कंट्रोल सेंटर द्वारा फर्स्ट शिफ्ट में 227 तथा सेकंड शिफ्ट में 214 होम आइसोलेशन मरीजों से वार्ता की गई और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। बैठक में सीडीओ डॉ० राजेश प्रजापति, सीएमओ डॉ० अनूप कुमार, एसआईसी डॉ० आलोक कुमार, डॉ० संजय त्रिपाठी, डॉ० फखरेयार  हुसैन, डॉ० एके कुशवाहा, डॉ० आरके हलदार, जगदीश शुक्ला, डीएस यादव, डॉ० राजेश कुमार यूनीसेफ से आलोक राय, यूएनडीपी से हरेंद्र मिश्रा, सुधीर यादव, डीपीएम राकेश पांडे, उमेश एवं कोविड-19 कंट्रोल सेंटर में तैनात सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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