ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध चल रहे पैथोलॉजी सेंटर
जौनपुर।
ग्रामीण क्षेत्रों में झोला छाप चिकित्सक और जांच केन्द्रों पर इस समय भारी भीड़ उमड़ रही है। शहर के चिकित्सक कोरोना के भय से मरीजों को नहीें देख रहे है । जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर केराकत मार्ग पर स्थित धर्मापुर बाजार समेत आस-पास के इलाकों में बिना डिग्री एवं लाइसेंस के पैथोलॉजी सेंटर चलाने वालों की भरमार सी आ गयी है। विभागीय अधिकारियों की दया दृष्टि से इनका धंधा जोरों पर फल-फूल रहा है। धर्मापुर मीडिल स्कूल से सटे बुढ़ऊ बाबा मंदिर के सामने लबे रोड पर एक पैथोलॉजी सेंटर वर्षों से चल रहा है।
हालत यह है कि सुबह आठ बजते ही यहां पर जांच कराने वालों की भारी भीड़ एकत्र हो जाती है। बताते है कि संचालक इसके पूर्व शाहगंज रोड कुत्तूपुर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल के चिकित्सक की देखरेख में कार्य कर रहा था। वहां पर मनमानी कमाई होते देख धर्मापुर में खुद करने लगा। इतना ही नहीं सेवईनाला एवं इमलो पाण्डेय पट्टी समेत दर्जनों स्थानों पर अनटे्रन्ड लड़कों को रखकर और भी सेंटर चलवाता है। किसी भी सेंटर पर जांच से संबंधित मूल्य सूची और लाइसेंस नम्बर नहीं चस्पा किया गया है। जबकि शासन द्वारा प्राइवेट सेंटरों का रेट निर्धारित किया गया है।
इससे ज्यादा पैसा लेने पर कार्रवाई का भी जिक्र है। परन्तु सारे नियम एवं कानूनों को ताख पर रखकर इसके द्वारा बेतहासा लूट-खसोट किया जा रहा है। स्थानीय मरीज इसकी जाल में फंसकर मोटी रकम देकर भी अपने स्वास्थ के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इसी तरह उक्त बाजार के अलावा आस-पास के छोटी-छोटी बाजारों में कोरोना महामारी को देखते हुए अवैध पैथोलॉजी सेंटरों की भरमार है। मंदी के दौर में भी इनका धंधा चमका हुआ है।