मिल्कीपुर, अयोध्या।
मिल्कीपुर ब्लाक क्षेत्र के खिहारन गांव में हुई 12 मौतों से पूरा इलाका थर्रा गया है। लोगों का मानना है कि यह मौतें कोरोना संक्रमण की वजह से हुई हैं। आलम यह है कि मृतकों के शव को कोई छूने को तैयार नहीं है। गांव में जेसीबी से मृतकों के शव दफनाए जा रहे हैं।
बताया गया कि ग्राम पंचायत खिहारन में खांसी बुखार, जुखाम और सीने में जकड़न की वजह से लगातार मौतें हो रहीं हैं। पिछले 20 दिनों में करीब 12 लोगों की जानें चली गईं। ग्राम प्रधान अजीत मौर्य का कहना है कि लगातार हो रही मौतों से गांव के लोग पूरी तरह से सहम गए हैं। स्थिति इतनी खराब हो गई है कि किसी की मौत होने पर लोग दरवाजे पर जाना भी मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। लाशों को दफनाने के लिए कोई शव को हाथ लगाने को तैयार नहीं है। हम लोग जेसीबी की व्यवस्था करके लाशों को दफना रहे हैं। उन्होंने बताया कि मिल्कीपुर के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हसन किदवई को लगातार फोन किया जा रहा है, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा है। उन्होंने बताया कि कई बार स्वास्थ्य केंद्र पर भी शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन गांव तक कोई भी स्वास्थ्य कर्मी हाल-चाल लेने नहीं पहुंचा है। यही नहीं गांव में आ रहे रिश्तेदार भी संक्रमित हो रहे हैं।
गांव के एक रिश्तेदार की भी मौत हो चुकी है। गांव के पीआरडी जवान बीरेंद्र कुमार की मौत हो गई। ऊषा देवी व उनके बेटे ओमप्रकाश दोनों की मौत हो गई। इसके अलावां गांव के और नौ लोगों की मौत हुई है। ग्राम प्रधान ने बताया कि गांव में कई दर्जन लोग खाँसी, बुखार, जुखाम व सांस फूलने से पीड़ित हैं। पूरा गांव इस समय किसी अनहोनी की आशंका में जीवन गुजार रहा है। गांव के प्रत्येक व्यक्ति में मौत का खौफ पनप गया है। उन्होंने बताया कि हम लोग जागरूकता के तहत लोगों को काढ़ा पीने, गर्म पानी पीने और बुखार में पैरासिटामाल की गोली खाने की सलाह दे रहे हैं। आक्सीजन सिलेंडर की भी व्यवस्था करके लोगों को आक्सीजन मुहैया कराई जा रही है। जीवन रक्षक दवा की भी व्यवस्था कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद अपने गाँव के लोगों को नहीं बचा पा रहे हैं।
लगातार हो रही मौतों से लोग पूरी तरह से सहम गए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 15 अप्रैल से 6 मई के बीच में एक दर्जन से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। इस बारे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिल्कीपुर के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हसन किदवई का पक्ष जानने के लिए कई बार फोन किया गया। लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ बता रहा था।
खिहारन गांव के ग्राम प्रधान अजीत मौर्य ने बताया कि पिछले 20 दिनों में एक दर्जन मौतों से पूरा गांव सहम गया है। ये है मृतकों की सूची.......👇
1- वीरेंद्र कुमार पुत्र गुरुदीन 32 वर्ष। (पीआरडी जवान)
2- ओमप्रकाश पुत्र खुशीराम 30 वर्ष।
3- उषा देवी पत्नी खुशीराम, 45 वर्ष।
4- कोयला पत्नी रामचंद्र 61 वर्ष।
5- शाह मोहम्मद पुत्र हमीद 57 वर्ष।
6- रामकेवल पुत्र राम लखन, 60 वर्ष।
7- अजमतुल निशा पत्नी लतीफ 67 वर्ष।
8- सुजीत रैदास पुत्र बच्चू लाल, 16 वर्ष।
9- सादिक हुसैन पुत्र अहमदुल्लाह, 70 वर्ष।
10- निर्मला देवी पत्नी चंद्रिका प्रसाद, 61 वर्ष।
11- सूर्य बक्स मिश्रा 55 वर्ष।
12- राम दुलारे पाठक 70 वर्ष।