बस्ती
एक कर्मवीर का अचानक ,अनकहे अनन्त की यात्रा पर चला जाना नि: सन्देह मनको झकझोर देता है,अभी कुछ ही दिनों पूर्व इन्हें काशी और गोरक्ष क्षेत्र के संगठन मंत्री का दायित्व मिला था।सहज,मेधावी,कुशल संगठक मिलन सार भवानी सिंह जी अनन्त में विलीन हो गए।अभी प्रदेश कार्यसमिति में उनसे भेंट हुई थी ,उन्होंने मुझसे कहा अपनी राष्ट वाद चिंतन और विकास पुस्तक एक ओर मुझे देदे, पहली पुस्तक कोई ले लिया.मैं ने कहा कि अगली भेंट में आपको दे दूँगा,लाया नही हूं,अब वह दिन कभी नही आएगा केवल स्मृतियां ही शेष रहगयीं है।विश्वेश्वर उनकी आत्मा को चिर शांति दे।ॐ शांति:,!!!