लखनऊ,राजीव बाजपेयी
बहुत ही दुर्भाग्य है, जहां देश की सरकार, और प्रदेश की सरकार , शक्ति व जी जान से रातो दिन कोरोना से निपटने में सन्नद्ध है और लगे हुए हैं. पर समाज को धोखा व वंचिका देकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर चोर और मुनाफा खोर बज नही आरहे.
कोई कफन बेच रहा है, तो कोई एम्बुलेंस के माध्यम से लूट रहा है ,कोई कालाबाजारी करके मालामाल हो रहा है, कोई सरकार को कोस रहा है, पर सबके बीच एक बहुत गंभीर मामला सामने आया है, गौतम बुद्ध नगर में निमोनिया के इंजेक्शन पर रेमडेसीविर का रैपर लगाकर 40000 में बेचने वाले पकड़े गए . सात की मौके से गिरफ्तारी भी होचुकी है.
यह लोग इंजेक्शन बेचते पकड़े गए ,एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया किइन लोगों के पास से ढाई लाख रुपए नकद ,और इंजेक्शन बरामद हुए हैं . यह लोग 12000 से लेकर ₹40000 में इस फर्जी इंजेक्शन को बेचते थे. जिसको जैसी जरूरत वैसे उससे दाम लेते थे .
मानवता को शर्मसार करने वाली नोएडा की है घटना अपने आप में मानवता पर कलंक है .जहां चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है। देश सहित पूरा विश्व त्राहिमासम कर रहा है. वहां इस तरह के लोग सबसे बड़ा देशद्रोह है, जोपकड़ा गया उसके संरक्षकों का पता नही लगाकर सरकार को कठिन से कठिन सजा देनी चाहिए . और यह संदेश देना चाहिए आने वाले दिनों में फिर अकेली को नकली रैपर लगाकर न बेच सके. और जनता व देश के स्वास्थ्य के साथ धोखा न कर सके।