आरएलडीए ने गोरखपुर में अनिवार्य रेलवे पुनर्विकास और आवासीय विकास के लिए भूखंड को लीज पर देने के लिए आमंत्रित की ई-बोलियां
- मोहद्दीपुर में रामगढ़ताल झील के निकट 32,911 वर्ग मीटर (5 ट्रांज़िट सूट के लिए 900 वर्ग मीटर क्षेत्र सहित) में फैला है रामगढ़ताल साइट
- बौलिया कॉलोनी स्थित 13,516 वर्ग मीटर में फैले साइट को रेलवे क्वार्टरों के रूप में विकसित करने का है प्रस्ताव
- साइट के लिए बोली जमा करने की अंतिम तिथि 4 मई 2021 है
गोरखपुर, 19 मार्च 2021: रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) ने गोरखपुर के प्रीमियम रामगढ़ताल क्षेत्र में रेलवे ट्रांजिट सूट के निर्माण के साथ-साथ आवासीय विकास के लिए एक भूखंड को लीज पर देने के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफ़पी) आमंत्रित किया है। रेल मंत्रालय की कॉलोनी पुनर्विकास योजना के तहत गोरखपुर के बौलिया कॉलोनी में कुछ रेलवे क्वार्टरों का भी निर्माण किया जाना है, जिसे रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) के माध्यम से कार्यान्वित किया जा रहा है।
रामगढ़ताल साइट मोहद्दीपुर में रामगढ़ताल झील के निकट है और 32,911 वर्ग मीटर में फैला है। यह मुख्य रूप से रेलवे क्षेत्र और मोहद्दीपुर ब्लॉक के बगल में स्थित एक रेजिडेंशियल-कम-कमर्शियल साइट है। रामगढ़ताल परियोजना का पूरा भूखंड दो भागों में विभाजित है। जिसका एक हिस्सा लगभग 32,011 वर्ग मीटर का है और इसे चयनित ठेकेदार/ डेवलपर को 99 वर्षों के लीज राइट्स पर लीज आधारित आवासीय विकास के लिए उपलब्ध करवाया जाएगा। आवासीय विकास के लिए साइट का बिल्ट-अप एरिया (बीयूए) 48,017 वर्ग मीटर (पार्किंग के लिए बेसमेंट/स्टिल्ट को छोड़कर) है। आवासीय विकास के लिए प्रस्तावित साइट का फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) 1.50 है और इसका आरक्षित मूल्य 71.50 करोड़ रुपए रखा गया है। वहीं, 900 वर्ग मीटर के दूसरे छोटे हिस्से को रामगढ़ताल में रेलवे ट्रांजिट सूट के अनिवार्य पुनर्विकास के लिए रखा गया है।
यूपी सरकार ने उत्तर प्रदेश में आसपास के क्षेत्रों के साथ समरसता से विकसित की जा रही रेलवे भूमि को मास्टर प्लान या आवासीय और वाणिज्यिक उपयोग के लिए जोनल डेवलपमेंट प्लान में किसी भी संशोधन की आवश्यकताओं से छूट देने के लिए अधिसूचना जारी की है।
उपरोक्त विकास के अलावा, बौलिया रेलवे कॉलोनी में टाइप-थ्री के 100 रेलवे क्वार्टरों का भी निर्माण किया जाना है, जिसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा 13,516 वर्ग मीटर का एक अलग क्षेत्र निर्धारित किया गया है। अनिवार्य रेलवे पुनर्विकास की अनुमानित लागत 25.47 करोड़ रुपए है। 16 मार्च को आयोजित ऑनलाइन प्री-बिड मीटिंग में कम से कम 12 डेवलपर्स / आर्किटेक्ट्स ने हिस्सा लिया था और साइट के लिए बोली लगाने में गहरी रुचि दिखाई थी। इसके लिए बोली जमा करने की अंतिम तिथि 4 मई 2021 तय की गई है।
आरएलडीए के वाइस-चेयरमैन श्री वेद प्रकाश डुडेजा ने कहा, “गोरखपुर पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार है। रामगढ़ताल कॉलोनी में प्रस्तावित अनिवार्य रेलवे पुनर्विकास, आवासीय विकास और बौलिया कॉलोनी में रेलवे क्वार्टरों का निर्माण डेवलपर्स के लिए गोरखपुर में प्राइम प्रॉपर्टी में निवेश करने का एक शानदार अवसर है। इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का भी सृजन होगा।“
यह साइट पूर्व दिशा में विंध्यवासिनी पार्क, पश्चिम दिशा में न्यू गोरखपुर बस स्टेशन, दक्षिण दिशा में रामगढ़ताल झील और उत्तर दिशा में रेलवे गोल्फ ग्राउंड से घिरा है। इसके आसपास के क्षेत्र में गोरखपुर विकास प्राधिकरण का कार्यालय, एक तारामंडल, एक टूरिस्ट बंग्ला और चंपा विहार पार्क आदि स्थित है।
ठेकेदार/ डेवलपर को साइट को विकसित करने और लागू उप-नियमों और डीसीआर मानदंडों के अनुसार अनिवार्य रेलवे पुनर्विकास कार्य करने की अनुमति दी जाएगी। वह रेलवे पुनर्विकास कार्यों (आरजीटी पर रेलवे एसेट्स-5 ट्रांजिट सूट के अनिवार्य निर्माण और बौलिया में टाइप-थ्री के 100 क्वार्टरों) के लिए सभी लागतों को वहन करेगा।
आरएलडीए के बारे में
रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) रेलवे भूमि के विकास के लिए रेल मंत्रालय के अंतर्गत एक संवैधानिक प्राधिकरण है। आरएलडीए अपने डेवलपमेंट प्लान के अनुसार चार प्रकार की परियोजनाओं के लिए जमीन लीज पर दे रहा है। इसमें कमर्शियल साइट्स, कॉलोनी पुनर्विकास, स्टेशन पुनर्विकास और मल्टी फंक्शनल कम्प्लेक्स शामिल हैं।
भारतीय रेलवे के पास देश भर में लगभग 43,000 हेक्टेयर खाली भूमि है। आरएलडीए वर्तमान में 84 रेलवे कॉलोनी पुनर्विकास परियोजनाओं को संभाल रहा है और हाल ही में पुनर्विकास के लिए गुवाहाटी में एक रेलवे कॉलोनी को लीज पर दिया है। आरएलडीए के पास लीज पर देने के लिए देश भर में 84 कमर्शियल (ग्रीनफ़ील्ड) साइटें हैं, और प्रत्येक के लिए पात्र डेवलपर्स का चुनाव खुली और पारदर्शी बोली प्रक्रिया के माध्यम से होगा।