संतकबीरनगर ।
रौरापार गांव में समाज में अपनी अलग पहचान बनाने वाले अंकुर राज तिवारी ने श्री शतचंडी महायज्ञ के दौरान रामलीला मंचन का फीता काटकर उद्घाटन किया है। इस उपरांत स्रोताओं को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अंकुर राज तिवारी ने कहा कि हम सभी भगवान राम की लीला मात्र देखने और सुनने से ही मनुष्य के सारे पाप कट जाते हैं।यह मनुष्य जीवन हमें बहुत मुश्किल से मिला है इसलिए हमें इस भाग दौड़ भरी जिंदगी का थोड़ा समय निकालकर भगवान की भक्ति में लगाना चाहिए उन्होंने रामलीला समिति में आर्थिक सहयोग भी किया।कहते है ना कि ईश्वर ब्रहमांड का सात्विक स्वरूप है। निःस्वार्थ भाव से होने वाली ईश्वर की आराधना ही सच्ची पूजा है।
ऐसे मे अपने आराध्य देव की पूजा और अर्चना के लिए दैव पांडाल मे इन्सान को सच्ची आराधना के साथ प्रवेश करना चाहिए। उक्त बातें अंकुर राज तिवारी ने रौरापार में आयोजित श्री शतचण्डी महायज्ञ के यज्ञ मंडप और रामलीला मंच का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित हुजूम को संबोधित करते हुए कही। श्री तिवारी ने कहा कि समाज मे धर्म और समाजसेवा की स्थापना के लिए हमेशा संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नही है। भारतीय समाज मे प्रचलित हर धर्म कर्म को महान और मानवता को सबसे बड़ा सत्कर्म मानता है।
उन्होंने दावा किया किया कि समाज और देश की खुशहाली के लिए जाति, धर्म और सम्प्रदाय से ऊपर उठकर मानवता की सेवा करके ही ईश्वर की शरण मे पहुंचा जा सकता है। इस मौके पर अमित चौबे, बागेश तिवारी, मनीष पांडे, दीपक पाल, नर्मदा मिश्रा, धीरज पांडेय, प्रधान लोरिक चौहान केसी पांडेय समेत अन्य लोग श्रद्धालुओं के सेवा भाव में जुटे रहें।