अधिवक्ता की आत्महत्या मे भाजपा विधायक आरोपित





मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ

 मेरठ जिले में गंगा नगर थाना क्षेत्र के ईशापुरम में शनिवार को एक अधिवक्ता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें स्थानीय भाजपा विधायक पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है। घटना के बाद पुलिस द्वारा मुकदमा न लिखे जाने से गुस्साए वकीलों व स्थानीय लोंगो ने मेरठ-बिजनौर मार्ग पर जाम लगा दिया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा घटना में उचित कानूनी कार्रवाई का भरोसा देने के बाद लोगों ने जाम समाप्त किया।पुलिस अधीक्षक(देहात) केशव कुमार ने बताया कि पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में मृतक अधिवक्ता के बेटे देवेश की तहरीर पर थाना गंगानगर में मृतक अधिवक्ता के बड़े बेटे के ससुराल वालों के साथ ही विधायक दिनेश खटीक व एक ग्राम प्रधान के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस घटना की जांच कर रही है।


ओमकार तोमर के बेटे लव कुमार की शादी 28 फरवरी 2020 को खतौली, मुजफ्फरनगर निवासी स्वाति से हुई थी। पत्नी के साथ विवाद के चलते ससुराल पक्ष के लोगों ने ओमकार तोमर, उनके बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि दंपती के बीच समझौता कराने के लिए हस्तिनापुर क्षेत्र से भाजपा विधायक दिनेश खटीक ने बैठक कराई थी जिसमें 15 लाख रुपये नगद व कार व सामान वापसी को लेकर समझौता होने की बात कही गई थी जिसे लेकर ओमकार तोमर तनाव में आ गए थे। 





इस मामले में भाजपा विधायक दिनेश खटीक पर आरोप है कि वह आत्महत्या से पूर्व मृतक पर समझौते में हुये करार का पालन करने का दबाव बना रहे थे। दो दिन पहले विधायक ने निडावली ग्राम प्रधान मुनेंद्र को ईशापुरम भेजकर अधिवक्ता को धमकी दिलाई थी। इसका जिक्र अधिवक्ता ने सुसाइड नोट में भी  किया है। तभी से अधिवक्ता परेशान थे। पीड़ित परिवार ने बताया कि विधायक ने पहले तो पंचायत बुलाकर ओंकार सिंह तोमर को बेइज्जत किया। जबरन समझौते का दबाव पंचायत में दिया गया। मामला यहीं पर खत्म नहीं हुआ, अब विधायक ने 2 दिन पहले अपने करीबी निडावली के प्रधान मुनेंद्र को अधिवक्ता के घर ईशापुरम में भेज दिया। 

आरोप है कि प्रधान मुनेंद्र के साथ उसके कई साथी भी मौजूद थे। जिन्होंने अधिवक्ता को उसके ही घर पर धमकी दी कि समझौते में जो भी पैसा जेवरात और गाड़ी देना तय हुआ है, उसको वह तुरंत दे दे। अन्यथा विधायक दिनेश खटीक पुलिस से कहकर इतने मुकदमे दर्ज करा देंगे कि जिंदगी भर चक्कर काटते रह जाएंगे। पीड़ित परिवार का कहना है कि तभी से ओंकार तोमर परेशान थे। जिसके चलते उन्होंने खुदकुशी करने वाला कदम उठाया है।बताया जा रहा है कि अधिवक्ता और उसके परिवार के खिलाफ एक और मुकदमा लिखवाने की तैयारी चल रही थी। अबकी बार लड़की पर तेजाब फेंकने के प्रयास का आरोप लगाने की बात चल रही थी। इसकी जानकारी लगने पर अधिवक्ता मुनेंद्र सिंह बहुत ही परेशान थे। उन्होंने कई लोगों से फोन पर बातचीत भी की। बताया जा रहा है इसी सिलसिले में निडावली प्रधान मुनेंद्र ईशापुरम में अधिवक्ता के घर पर बात करने के लिए आए थे। 





हालांकि जब इस संदर्भ में दोका सामना ने दिनेश खटीक से बात किया तो उन्होंने बताया कि इस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है।दोनों पक्ष के पांच-पांच लोग पंचायत करके इस विवाद का हल निकाले थे। पचास लोगों के सामने सुलह-समझौता हुआ था। हमने कभी कोई फोन नहीं किया, पीड़ित पक्ष जैसा भी चाहे हम निष्पक्ष जांच का सामना करने को तैयार हैं। ओमकार तोमर का बड़ा बेटा लव कुमार इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अधिवक्ता है।

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