मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
राजधानी के विभूतिखंड थाना क्षेत्र में मऊ के हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की हत्या के मामले में जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने शनिवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। पुलिस ने विवेचना और शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर के बयान के आधार धंनजय सिंह को अजीत सिंह की हत्या की साजिश रचने का आरोपी बनाया है। पुलिस की इस अर्जी पर ही कोर्ट ने धनंजय सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है। धनंजय पर घायल शूटर राजेश तोमर का इलाज कराने का भी आरोप लगा है। वारंट मिलते ही पुलिस की दो टीमें धनंजय सिंह को गिरफ्तार करने के लिये बना दी गई। शनिवार शाम को पुलिस ने गोमतीनगर विस्तार और गुड़म्बा में धनंजय सिंह के ठिकाने पर दबिश भी दी लेकिन वह हाथ नहीं लगे। एक टीम जौनपुर रवाना कर दी गई है।
छह जनवरी को कठौता चौराहे पर अजीत सिंह को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। इस घटना में उसका साथी मोहर सिंह भी घायल हुआ था। मोहर ने एफआईआर करायी थी कि आजमगढ़ जेल में बंद ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू और अखण्ड ने अजीत की हत्या करवायी है। इसमें छह शूटर गिरधारी, रवि यादव, राजेश तोमर, मुस्तफा उर्फ बंटी, शिवेन्द्र सिंह उर्फ अंकुर और संदीप सिंह उर्फ बाबा ने गोलियां चलायी थी। इस गैंगवार में शूटर राजेश तोमर घायल हो गया था। हत्या के पांच दिन बाद 11 जनवरी को गिरधारी नाटकीय तरीके से दिल्ली में गिरफ्तार हो गया था। उसे अजीत हत्याकाण्ड में लखनऊ कोर्ट में पेश किया गया था। फिर उसे 13 जनवरी को तीन दिन की रिमाण्ड पर पुलिस ने लिया था। 15 जनवरी को तड़के सहारा अस्पताल के पास दरोगा की पिस्टल छीनकर भागते समय गिरधारी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था।
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि गिरधारी से दो दिन पूछताछ में इस हत्याकाण्ड से जुड़ी कई जानकारियां सामने आयी थी। गिरधारी ने कुबूला था कि धंनजय सिंह भी साजिश में आरोपी थे और उन्हें घटना की पूरी जानकारी थी। शूटरों के इंतजाम में भी उनका हाथ था और घटना के बाद भी वह शूटरों की मदद करते रहे। इसके बाद ही विवेचक इंस्पेक्टर चन्द्रशेखर सिंह ने इस मामले में धनंजय सिंह का नाम बढ़ाया। इस हत्याकाण्ड में आईपीसी की धारा 302, 307,120 बी, 34, 201,212, 176 के तहत एफआईआर दर्ज है।
विभूतिखंड पुलिस ने गोमतीनगर विस्तार स्थित शारदा अपार्टमेंट के ओ ब्लॉक में धनंजय के फ्लैट 703 में छापा मारा। यहां किसी के न मिलने पर एक टीम ने गुड़म्बा में कुर्सी रोड स्थित इंडेन इन्क्लेव स्थित दूसरे आवास पर भी दबिश दी। यहां उनके कर्मचारी ही मिले। घर पर कोई अन्य मौजूद नहीं मिला। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि जौनपुर पुलिस को भी वारंट के बारे में बता दिया गया है।