जौनपुर
जफराबाद थाना क्षेत्र के गद्दीपुर गांव में शुक्रवार की सुबह शिक्षक का कमरे में फांसी से लटका शव दिखाई पड़ने से सनसनी फैल गई। गाजीपुर के मूल निवासी अध्यापक आस्ट्रेलिया से दो साल पूर्व लौटे थे। पुलिस का कहना है कि बीमारी से आजिज आकर उन्होंने ऐसा आत्मघाती कदम उठाया। वाराणसी की आनंद मार्ग संस्था से जुड़े गद्दीपुर निवासी डाक्टर जितेंद्र सिंह आस्ट्रेलिया में रहते थे। वह आस्ट्रेलिया में संस्था का कामकाज देखते थे। इसी संस्था से जुड़े गाजीपुर शहर के लाल दरवाजा निकट पावर हाउस निवासी आचार्य मृदुल भी उनके साथ वहीं रह रहे थे। दो वर्ष पहले जब डाक्टर जितेंद्र सिंह गांव लौटने लगे तो आचार्य मृदुल भी उनके साथ लौट आए और उन्हीं के गांव में स्थित आनंद मार्ग जूनियर हाईस्कूल में अध्यापन का कार्य करने लगे।
गुरुवार की रात भोजन करने के बाद आचार्य मृदुल विद्यालय स्थित अपने कमरे में सो गए। सुबह काफी देर तक न जागने पर गार्ड जगाने गया तो कमरे में पंखे में बेडशीट के फंदे से लटका शव देखकर स्तब्ध रह गया। उसके शोर मचाने पर लोग जुट गए। पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष विजय प्रताप सिंह के मुताबिक आचार्य मृदुल काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनका वाराणसी में उपचार चल रहा था। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसी से अवसादग्रस्त होकर उन्होंने मौत को गले लगा लिया। आनंद मार्ग संस्था वाराणसी और उनके स्वजनों को सूचना दे दी गई है।