मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ
पुलिस ने रााजधानी केे बहुुचर्चित अजीत सिंह हत्याकाण्ड के मुख्य शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर को सोमवार की सुबह बिकरुकाण्ड वाले विकास दूबे स्टाइल में ढेर कर दिया। मनोज पुलिस अभिरक्षा से फरार होने की कोशिश में सोमवार तड़के करीब तीन बजे मार गिराया। रिमांड के दौरान गिरधारी ने कबूला कुंटू सिंह और सफेदपोश का पूरा कनेक्श बताया था। हत्याकांड में इस्तेमाल असलहा बरामदगी के लिए शूटर गिरधारी को कार से पुलिस अभिरक्षा में ले जाया जा रहा था। गोमतीनगर थाना क्षेत्र के खरगापुर रेलवे क्रासिंग के पास पहुंचते ही कार रुकी। पुलिस टीम के साथ गिरधारी उतर ही रहा था कि एकाएक उसने सिर झटकते हुए दारोगा अख्तर उस्मानी के चेहरे पर प्रहार किया। नाक पर सिर के प्रहार से दारोगा को गंभीर चोट आयी। बताते हैं कि नकसीर फूटने से वह खून से लथपथ हो गए।
पुलिस टीम जब तक कुछ समझती गिरधारी ने दारोगा अख्तर उस्मानी की पिस्टल छीन लिया, पिस्टल छीनकर वह जंगल की ओर भागा। गिरधारी फायरिंग करता हुआ झाड़ियों में जाकर छिप गया। यह देख टीम में शामिल दारोगा अनिल सिंह ने अपनी टीम के साथ गिरधारी का पीछा किया और कंट्रोल रूम को सूचना देकर पुलिस बल मंगाया। गिरधारी झाड़ियों में छिपकर पुलिस पर फायरिंग कर रहा था। पुलिस ने गिरधारी को सरेंडर होने के लिए कहा। फोर्स आने के बाद पुलिस ने उस स्थान की घेराबंदी की, जहां गिरधारी झाड़ियों में छिपा था। जवाबी कार्यवाही में पुलिस ने भी फायरिंग शुरू कर दी। गिरधारी को गोलियां लगते ही वह चीखता हुआ झाड़ियों में धरासाई हो गया। निढाल होने पर पुलिस टीम असलहा ताने गिरधारी के पास पहुंची। उसे हिलाया-डुलाया। सांसे चल रहीं थीं। पुलिस टीम आनन फानन उसे लोहिया अस्पताल लेकर पहुंची।जहां, डॉक्टरों ने गिरधारी को मृत घोषित कर दिया