लखनऊ में सेना के सूबेदार की हत्या, दूसरा घायल




मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। भारतीय सेना की सबसे बड़ी मध्य कमान आफिसर्स मेस के इंचार्ज के पद पर तैनात जूनियर कमीशंड अधिकारी की शुक्रवार को गले पर वार कर हत्‍या कर दी गई। बताया जा रहा है कि दूसरा जेसीओ संदिग्ध रूप से गंभीर हालत में कमांड अस्पताल पहुंच गया है। दोनों के बीच पिछले पांच दिनों से दायित्व हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही थी। पुलिस के मुताबिक, अब घायल जेसीओ के होश में आने के बाद ही घटना का राजफाश होगा। हालांकि, घटना से जुड़े साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। 




कमांड आफिसर्स मेस के इंचार्ज के पद पर दार्जिलिंग निवासी 11जीआरआरसी के नायब सूबेदार पेम्बा बहादुर शेरपा (44) तैनात थे। उनको यह चार्ज 11 जीआरआरसी के ही ईस्ट नेपाल के ईरम जिले के रहने वाले सूबेदार रमेश कुमार राई को सौंपना था। चार्ज एक-दूसरे को हस्तांतरित करने से पहले दोनों ही पिछले पांच दिनों से एक साथ काम कर रहे थे। नायब सूबेदार पेम्बा बहादुर शेरपा कमांड आफिसर्स मेस में ही बने एक कमरे में अकेले रहते थे। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को सूबेदार रमेश कुमार राई को इंचार्ज का पद हासिल करना था। लेकिन दोपहर 12:30 बजे रहस्यमय हालात में वह छावनी के कमांड अस्पताल पहुंच गया। घायल रमेश कुमार राई को आइसीयू में भेज दिया गया। जबकि सेना के एक जवान ने जब नायब सूबेदार पेम्बा बहादुर शेरपा को कई बार फोन किया तो उनका मोबाइल फोन नहीं उठा। दोपहर 1:30 बजे कमांड आफिसर्स मेस के कमरे को खोलकर देखा गया तो वहां नायब सूबेदार पेम्बा बहादुर शेरपा घायल मिले। उनके गले पर खुकरी के कई वार थे। आनन-फानन में कमांड अस्तपाल ले आया गया जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया।



सेना की एक जेसीओ छावनी के सबसे सुरक्षित कस्तूरबा रोड स्थित आफिसर्स मेस के भीतर बने एक रूम में हत्या कर दी गई। इस जगह के ठीक सामने मध्य कमान सेनाध्यक्ष का आवास और मध्य कमान मुख्यालय भी है। उस रेजीमेंट के कर्नल ऑफ द रेजीमेंट पूर्वी कमान के सेनाध्यक्ष ले. जनरल अनिल चौहान शुक्रवार को लखनऊ में थे। शुक्रवार को हुई सनसनीखेज घटना के बाद कर्नल ऑफ द रेजीमेंट वापस लौट गए।






मध्य कमान मुख्यालय जनसंपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह के मुताबिक, एक जेसीओ गंभीर रूप से घायल अवस्था में कमांड अस्पताल की आइसीयू में भर्ती है। जबकि एक अन्य जेसीओ की हत्या हो गई है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। सेना भी अपने स्तर से घटना से जुड़े साक्ष्य जुटा रही है। जल्द ही पूरी घटना की हकीकत सामने होगी।





डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने दोका सामना को बताया कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। घायल जेसीओ के होश में आने के बाद ही इसका खुलासा होने की संभवना होगी।

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