कड़ाके की ठंड में खुले आसमान में सड़कों पर बैठे अन्नदाता अपना हक मांग रहे हैं। अहंकार में डूबी केन्द्र की मोदी सरकार लगातार किसानों की आवाज अनसुनी कर रही है। यह बातें वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य प्रेमशंकर द्विवेदी ने कही। उन्होने कहा मोदी सरकार की नीयत में खोट है इसलिये किसानों की समस्याओं का निदान नही हो रहा है।
नीयत साफ हो और सत्ता को जनता के खुशहाली की िंचता हो तो ऐसी समस्यायें का कुछ घण्टों में समाधान हो सकता है। कृषि कानूनों की आड़ में सरकार पूंजीपतियों को जो लाभ पहुंचाना चाहती है उसे जनता जान चुकी है। अब स्थिति बिलकुल साफ है किसान कृषि कानूनों को वापस लिये जाने से कम पर किसी कीमत पर आन्दोलन खत्म करने को तैयार नही हैं। मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिये नया कृषि कानून लेकर आई है।
जबकि किसान अपनी आय दोगुनी नही करना चाहते तो सरकार को इन्हे वापस लेने में क्या दिक्कत है। कांग्रेस नेता ने कहा नोटबंदी, जीएसटी, लाकडाउन जैसे तमाम फैसलों ने देश का बेड़ा गर्क किया है। इसलिये कृषि कानूनों पर भरोसा करने का तो सवाल ही नही पैदा होता। उन्होने कहा बेहतर होता यदि केन्द्र की सरकार अहंकार छोड़कर अन्नदाता का सम्मान करती और कृषि कानूनों को वापस लेकर किसानों के विकास के लिये नीतियां लेकर आती।
नीयत साफ हो और सत्ता को जनता के खुशहाली की िंचता हो तो ऐसी समस्यायें का कुछ घण्टों में समाधान हो सकता है। कृषि कानूनों की आड़ में सरकार पूंजीपतियों को जो लाभ पहुंचाना चाहती है उसे जनता जान चुकी है। अब स्थिति बिलकुल साफ है किसान कृषि कानूनों को वापस लिये जाने से कम पर किसी कीमत पर आन्दोलन खत्म करने को तैयार नही हैं। मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिये नया कृषि कानून लेकर आई है।
जबकि किसान अपनी आय दोगुनी नही करना चाहते तो सरकार को इन्हे वापस लेने में क्या दिक्कत है। कांग्रेस नेता ने कहा नोटबंदी, जीएसटी, लाकडाउन जैसे तमाम फैसलों ने देश का बेड़ा गर्क किया है। इसलिये कृषि कानूनों पर भरोसा करने का तो सवाल ही नही पैदा होता। उन्होने कहा बेहतर होता यदि केन्द्र की सरकार अहंकार छोड़कर अन्नदाता का सम्मान करती और कृषि कानूनों को वापस लेकर किसानों के विकास के लिये नीतियां लेकर आती।