बरेली में हाईटेक बिजली चोर राइस मिल के खिलाफ वाद दर्ज होगा

 बिस्मिल्लाह राइस मिल-हाईटेक बिजली चोर!



मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ

 हाईटेक हुए बरेली के बिजली चोरों ने ट्रांसफार्मर में भी सेंध लगा दी है। जब इंजीनियरों ने शिकंजा कसा तब ट्रांसफार्मर में चिप लगाकर बिजली चोरी करने का बड़ा मामला पकड़ा गया। बहेड़ी की बिस्मिल्लाह राइस मिल में ट्रांसफार्मर से छेड़छाड़ कर बिजली चोरी की जा रही थी। बिजली निगम के अधिकारी उपभोक्ता पर मुकदमा दर्ज करने के साथ ही तीन करोड़ का जुर्माना लगाने की तैयारी में हैं।


बरेली जिले की बहेड़ी स्थित बिस्मिल्लाह राइस मिल में लंबे समय से खपत से कम बिजली बिल आ रहा था। कई लोगों ने राइस मिल में चोरी की शिकायत भी दर्ज कराईं। बिजली निगम के अधिकारी पिछले दो महीने से राइस मिल पर नजर रखे हुए थे। पड़ताल में मीटर की एमआरआई के दौरान देखा गया कि दिन में कई घंटों के लिये रीडिंग शून्य आ रही है। इसके बाद अधिकारियों का शक पुख्ता हो गया। अधीक्षण अभियंता तारिक जलील ने बुधवार देर शाम को ही अधिकारियों के साथ बैठक कर राइस मिल पर छापे की कार्ययोजना बनाई। छापे की सूचना लीक न हो इसलिए बहेड़ी के अधिकारियों को इस पूरे मामले से दूर रखा गया।



गुरुवार दोपहर दल-बल के साथ अधिकारियों ने राइस मिल पर छापा मार दिया। जांच में केबिल पर कहीं भी कट नहीं मिला लेकिन पोटेंशियल ट्रांसफॉर्मर की जांच के दौरान उसमें डिवाइस लगी पाई गई। इस डिवाइस के जरिए मीटर रीडिंग को नियंत्रित किया जा रहा था। अधिकारियों को 206 केवी के लोड के कनेक्शन पर करोड़ों की बिजली चोरी का अनुमान है। प्राथमिक जांच में 2.5 से तीन करोड़ के जुर्माने का आंकलन है, जो बढ़ भी सकता है। मामले में राइस मिल संचालक के विरुद्ध बिजली थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया जायेगा।




जांच टीम में शामिल अभियंताओं ने बताया कि राइस मिल संचालक ने पीटी (पोटेंशियल ट्रांसफॉर्मर) पर डिवाइस लगा रखी थी। यह डिवाइस राइस मिल के मेन और डबल दोनों मीटर की रीडिंग नियंत्रित कर सकती हैं। संचालक दिन में कुछ समय के लिये डिवाइस के जरिए मीटर को बंद कर देता। उस दौरान मिल चालू होने के बावजूद मीटर रीडिंग में इजाफा नहीं होता। अधिकारियों की मानें तो प्रदेश में बिजली चोरी का यह अपने तरीके का अनोखा मामला है। प्रदेश के कई जिलों में पहले भी मीटर में चिप लगाकर रीडिंग प्रभावित करने के मामले सामने आए हैं लेकिन ट्रांसफार्मर में चिप लगाने का यह पहला मामला है। बिजली चोरी का तरीका देख अधिकारियों के भी होश उड़े हुए हैं।


इस संदर्भ में अधीक्षण अभियंता तारिक जमील ने बताया कि राइस मिल में बिजली खपत पर दो महीने से नजर रखी जा रही थी। गुरुवार को छापेमारी के दौरान पोटेंशियल ट्रांसफॉर्मर में चिप लगा बिजली चोरी का मामला पकड़ा गया है। ट्रांसफार्मर में चिप लगा चोरी का यह प्रदेश में पहला मामला है। राइस मिल संचालक पर मुकदमा दर्ज करने के साथ तीन करोड़ से अधिक का जुर्माना भी लगाया जा रहा है।

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