किसान कल्याण मिशन के अन्तर्गत ब्लाक सदर के लिए कृषि मेला, गोष्ठी एवं प्रदर्शनी जिला औद्यानिक प्रशिक्षण केन्द्र परिसर में आयोजित किया गया, जिसका उद्घाटन जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि कृषि विविधिकरण को अपनाकर किसान अपनी आय दोगुनी कर सकते है। उन्होने कहा कि गौआधारित प्राकृतिक खेती एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।
उन्होने कहा कि पशुओं से जहाॅ एकओर दूध के माध्यम से अतिरिक्त आय होती है, वही दूसरी ओर गोबर से प्राकृतिक खेती को बढावा मिलता है। उन्होने कहा कि पशुपालन के साथ-साथ किसानों को सब्जी, फल, फूल, मशरूम, रेशम, मधुमक्खी, मछली पालन के क्षेत्र में काम करना चाहिए ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके।
उन्होने कहा कि खेती में कृषि यंत्रों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कृषि यंत्रों की उपलब्धता के लिए जिले में अबतक 56 फार्म मशीनरी बैंक एवं 45 कस्टम हायरिंग केन्द्र की स्थापना की गयी है। यहाॅ से किसान कृषियंत्र लेकर खेती में उपयोग कर सकते है।
इस अवसर पर उन्होने हरित क्रान्ति में जीत नारायण, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन में रामसिंह, वर्मी कम्पोस्ट में राकेश मिश्र, लालचन्द्र, वेदप्रकाश आदि को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
सीडीओ सरनीत कौर ब्रोका ने कहा कि किसान किराये पर बड़े यंत्रों को लेकर अपने खेतों में प्रयोग करें। उन्होने बताया कि पम्पसेट, रोटावेटर, मल्टीक्राप थ्रेशर, रीपर कम बांइन्डर, कृषि रक्षा उपकरण, स्ट्रारीपर, बेलर, सीडड्रिल, लेजरलैण्ड लेवलर का अनुदान पर वितरण किया जा रहा है।
उप निदेशक कृषि डाॅ0 संजय त्रिपाठी ने सबका स्वागत करते हुए कहा कि महिलाए बैकयार्ड किचन, पोषण वाटिका, नाडेप कम्पोस्ट, अजोला पिट, वर्मी कम्पोस्ट, श्रीपद्यति से धान की खेती, नर्सरी प्रबन्धन करके अपनी आय बढा सकते है।
इस अवसर पर प्रगतिशील किसान राममूर्ति मिश्र, बृजेन्द्र बहादुर पाल, अरविन्द कुमार सिंह, कृषि विज्ञान केन्द्र बंजरिया के निदेशक एसएन सिंह ने किसानों को वैज्ञानिक खेती के बारे में अपने अनुभव साझा किया। इस अवसर पर कृषि, उद्यान, बैंक द्वारा लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र एवं , ब्लाक सदर द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थियों को आवास का प्रमाण पत्र वितरित किया गया।
इस अवसर पर कृषि विभाग द्वारा किसान फसल बीमा योजना कीटरोग नियंत्रण, फसल निगरानी, कृषि यंत्र तथा उद्यान, खाद्य विपणन, मण्डी समिति, सिंचाई एंव जल संसाधन, मत्स्य, लधु सिंचाई, पशुपालन, भारतीय स्टेट बैंक द्वारा वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम का स्टाल लगाकर किसानो को योजनाओं की जानकारी दी गयी। बड़ौदा यू0पी0 बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, यूनिवर्सल सोम्पों द्वारा किसानों को किसान के्रडिट कार्ड, स्वयं सहायता समूह को सी0सी0एल के लिए फार्म भरवाते हुए आवश्यक जानकारी उपलब्ध करायी गयी।
इस अवसर पर डिप्टी आरएमओ गोरखनाथ तिवारी, मण्डी सचिव राजितराम वर्मा, उद्यान अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद, बड़ौदा यू0पी0 बैंक के अभय शुक्ला, लीड बैंक से अरविन्द्र आनन्द तथा लाभार्थी, किसानगण तथा महिला स्वयं सहायता समूह के पदाधिकारी उपस्थित रहें।
उन्होने कहा कि पशुओं से जहाॅ एकओर दूध के माध्यम से अतिरिक्त आय होती है, वही दूसरी ओर गोबर से प्राकृतिक खेती को बढावा मिलता है। उन्होने कहा कि पशुपालन के साथ-साथ किसानों को सब्जी, फल, फूल, मशरूम, रेशम, मधुमक्खी, मछली पालन के क्षेत्र में काम करना चाहिए ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके।
उन्होने कहा कि खेती में कृषि यंत्रों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कृषि यंत्रों की उपलब्धता के लिए जिले में अबतक 56 फार्म मशीनरी बैंक एवं 45 कस्टम हायरिंग केन्द्र की स्थापना की गयी है। यहाॅ से किसान कृषियंत्र लेकर खेती में उपयोग कर सकते है।
इस अवसर पर उन्होने हरित क्रान्ति में जीत नारायण, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन में रामसिंह, वर्मी कम्पोस्ट में राकेश मिश्र, लालचन्द्र, वेदप्रकाश आदि को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
सीडीओ सरनीत कौर ब्रोका ने कहा कि किसान किराये पर बड़े यंत्रों को लेकर अपने खेतों में प्रयोग करें। उन्होने बताया कि पम्पसेट, रोटावेटर, मल्टीक्राप थ्रेशर, रीपर कम बांइन्डर, कृषि रक्षा उपकरण, स्ट्रारीपर, बेलर, सीडड्रिल, लेजरलैण्ड लेवलर का अनुदान पर वितरण किया जा रहा है।
उप निदेशक कृषि डाॅ0 संजय त्रिपाठी ने सबका स्वागत करते हुए कहा कि महिलाए बैकयार्ड किचन, पोषण वाटिका, नाडेप कम्पोस्ट, अजोला पिट, वर्मी कम्पोस्ट, श्रीपद्यति से धान की खेती, नर्सरी प्रबन्धन करके अपनी आय बढा सकते है।
इस अवसर पर प्रगतिशील किसान राममूर्ति मिश्र, बृजेन्द्र बहादुर पाल, अरविन्द कुमार सिंह, कृषि विज्ञान केन्द्र बंजरिया के निदेशक एसएन सिंह ने किसानों को वैज्ञानिक खेती के बारे में अपने अनुभव साझा किया। इस अवसर पर कृषि, उद्यान, बैंक द्वारा लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र एवं , ब्लाक सदर द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थियों को आवास का प्रमाण पत्र वितरित किया गया।
इस अवसर पर कृषि विभाग द्वारा किसान फसल बीमा योजना कीटरोग नियंत्रण, फसल निगरानी, कृषि यंत्र तथा उद्यान, खाद्य विपणन, मण्डी समिति, सिंचाई एंव जल संसाधन, मत्स्य, लधु सिंचाई, पशुपालन, भारतीय स्टेट बैंक द्वारा वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम का स्टाल लगाकर किसानो को योजनाओं की जानकारी दी गयी। बड़ौदा यू0पी0 बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, यूनिवर्सल सोम्पों द्वारा किसानों को किसान के्रडिट कार्ड, स्वयं सहायता समूह को सी0सी0एल के लिए फार्म भरवाते हुए आवश्यक जानकारी उपलब्ध करायी गयी।
इस अवसर पर डिप्टी आरएमओ गोरखनाथ तिवारी, मण्डी सचिव राजितराम वर्मा, उद्यान अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद, बड़ौदा यू0पी0 बैंक के अभय शुक्ला, लीड बैंक से अरविन्द्र आनन्द तथा लाभार्थी, किसानगण तथा महिला स्वयं सहायता समूह के पदाधिकारी उपस्थित रहें।