बस्ती में मण्डल ट्रामा सेंटर का प्रस्ताव,71 की मी हाइवे पूर्वी भारत को जोड़ने वाली एक मात्र सड़क

 


बस्ती 22 जनवरी 
जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने निर्देश दिया है कि बस्ती मण्डल में ट्रामा सेण्टर निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा जाय, जिससे की मार्ग दुर्घटना में घायल व्यक्तियों का समुचित इलाज हो सकें। सर्किट हाउस सभागार में आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए उन्होने कहा कि जनपद बस्ती मण्डल मुख्यालय है तथा जिले में लगभग 71 किमी0 नेशनल हाईवे-28 एनएच 28 है। पश्चिमी भारत को पूर्वी भारत से जोड़ने के लिए यह एक महत्वपूर्ण सड़क है।


उन्होने कहा कि पूर्व में 25 ब्लैकस्पाट एरिया चिन्हित किए गये थे, जिसमें से 24 नेशनल हाईवे 28 पर है। उन्होने निर्देश दिया कि कुछ स्थानों पर फ्लाईओवर बनने के कारण ब्लैकस्पाट पुनः निर्धारण कर लिया जाय। शेष ब्लैकस्पाट पर सुरक्षा के लिए बोर्ड, रम्बलस्ट्रिप, स्पीडबे्रकर, जेब्राक्रासिंग, रोडशाइन, रेलिंग, कैटआई आदि का कार्य पूरा कराये।
उन्होने कहा कि शहरी क्षेत्र में पार्किंग जोन के लिए स्थान चिन्हित करने के लिए नगर पालिका बस्ती एवं जिला पंचायत को निर्देशित किया है। उन्होने कहा कि शहर को जाम से बचाने के लिए तथा लोगों के जान-माल की सुरक्षा के लिए यह आवश्यक हो गया है कि पार्किंग जोन बनाये जाय ताकि लोग इधर-उधर गाड़ी न खड़ा करें। उन्होने दोनों विभागों को यह भी निर्देश दिया है कि पार्किंग जोन चिन्हित करने के साथ-साथ नो पार्किंग जोन भी चिन्हित करें तथा इसका बोर्ड लगाये। इसका उल्लघंन करने पर जुर्माना भी लगाये।
उन्होने सभी नगर निकाय में पार्किंग जोन की संख्या डबल करने के लिए भी निर्देश दिया है। यह कार्य एक माह में पूरा किया जायेंगा। उन्होने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि हाईवे पर अधिकतम तथा न्यूनतम वाहन की गति सीमा का निर्धारित स्थान पर बोर्ड लगाये।
उन्होने निर्देश दिया कि कालेज में प्रार्थना के समय सड़क सुरक्षा के लिए नामित नोडल टीचर प्रत्येक दिन सड़क सुरक्षा के लिए आवश्यक उपायों के एक विषय पर संक्षिप्त व्याख्यान देंगे। छात्र-छात्राओं की ओर से बालहठ स्वरूप पाती अपने माता-पिता को लिखवायी जाय जिसमें वे सीटबेल्ट तथा हेलमेट उपयोग करने का अनुरोध करेगे। प्रर्वतन कार्य में पुलिस विभाग प्रतिदिन 100 तथा परिवहन विभाग 25 वाहन चलाते मोबाइल यूजर का चालान करेंगे।  
जिलाधिकारी ने सड़क सुरक्षा गतिविधियों तथा दुर्घटना के कारणों की पहचान और अध्ययन तथा दुर्घटना के आकड़ों के निगरानी के लिए अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है, जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग पीडब्लूडी, पुलिस, परिवहन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सदस्य होंगे। उन्होने निर्देश दिया कि सोलेशियम स्कीम 1989 हिट एण्ड रन मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जाय।
बैठक का संचालन करते हुए एआरटीओ अरूण प्रकाश चैबे ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आयी है। राष्ट्रीय राजमार्ग के सुरक्षा प्रबन्धक विपिन बिहारी ने बताया कि घायल व्यक्तियों को चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए एनएच 28 हर्रैया तथा टोलप्लाजा बस्ती  में एंबुलेन्स उपलब्ध रहती है जिसे क्रमशः मोबाइल नं0 9721524287 तथा 9161444555 पर फोन करके सुविधा ली जा सकती है। बैठक में एडीएम अभय कुमार मिश्रा, आरटीओ संगीर अहमद अंसारी, सीओ गिरीश कुमार सिंह, सहायक प्रबन्धक रोडवेज आरपी सिंह, अर्थ एंव संख्याधिकारी टीपी गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता पीडब्लूडी शुभनारायण तथा पीसी सिंह, डीएस यादव, धनश्याम चित्रगुप्त, विकास मिश्र उपस्थित रहें।
हेलमेट खरीदना होगा अनिवार्य
सड़क सुरक्षा माह के दौरान वाहन चलाते समय हेलमेट न लगाना चालक को मंहगा पड़ सकता है। पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा संचालित संयुक्त अभियान में यदि कोई चालक बिना हेलमेट लगाये पाया जाता है तो उसका चालान नही किया जायेंगा मगर उसे एक नया हेलमेट खरीदना होगा। ऐसा भी हो सकता है कि वाहन चालक हेलमेट लेगगार्ड या हैडिंल पर लटका कर जा रहा हो और वह पकड़े जाने पर हेलमेट दिखाने लगे लेकिन इससे उसको राहत नही मिलेंगी। ऐसा भी हो सकता है कि चालक यह कह कर जान बचाना चाहें कि हेलमेट घर पर रखा है मगर उसकी एक भी नही सुनी जायेंगी और उसे नया हेलमेट खरीदना होंगा। दो पहिया वाहन चालको को वाहन चलाते समय हेलमेट सर पर लगाना अनिवार्य करने के लिए यह व्यवस्था लागू की जा रही है। प्रायः देखा गया है कि दुर्घटना में सिर मे गम्भीर चोट लगने से मृत्यु हो जाती है। हेलमेट लगाने से सिर मे चोट लगने से बचाया जा सकता है। बस्ती जिले में पुलिस एवं प्रशासन अब यह नया प्रयोग करने जा रहा है।  

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