गोरखपुर 4 दिसम्बर 20
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नव निर्मित उद्योग भवन गीडा का लोकार्पण एवं परिसर में वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर उन्हांेने अपने सम्बोधन में कहा कि पूर्वी उ0प्र0 में चेम्बर आफ इण्डस्ट्रीज औद्योगिक विकास की प्रमुख संस्था है। सन 1989 में गीडा की स्थापना के पश्चात चेम्बर आफ इण्डस्ट्रीज का भवन न होने की मांग की गयी थी और आज नव निर्मित उद्योग भवन का लोकार्पण हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास को गति देने के लिए सभी को मिलकर सकारात्मक भूमिका के साथ आगे आना होगा, देश/प्रदेश के अन्दर औद्योगिक वातावरण बना है और अच्छे प्रयास से ही विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकता है। प्रदेश में सुरक्षा, सुविधा का वातावरण सृजित है जिसके कारण बड़े पैमाने पर प्रदेश में निवेश हुआ है। परम्परागत उद्योग एक बड़े निवेश का आधार है और परम्परागत उद्योग को विकसित करने हेतु नीति भी प्रख्यापित की गयी है। एक जनपद एक उत्पाद को बढ़ावा दिया गया है, गोरखपुर में इस योजना के तहत टेरा कोटा को चयनित किया गया और कुम्हारों को अपने हस्तशिल्प विकसित करने हेतु अप्रैल से जून तक तालाबों से निशुल्क मिट्टी निकालने की अनुमति दी गयी जो कुम्हारों के लिए काफी उपयोगी सिद्ध हुआ और मिट्टी के बरतन कारीगरों ने व्यापक तौर पर तैयार किया।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हस्तशिल्पियों को विकसित करने हेतु उन्हें प्रशिक्षण, किट्स, बैंकों से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरन्तर कार्य किया जा रहा है। गोरखपुर की कनेक्टिविटी हर महानगर से है। प्रदेश में 7 एयरपोर्ट क्रियाशील है और 14 पर कार्य चल रहा है। कुशीनगर में अन्र्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, प्रदेश में एक्सप्रेस वे का जाल फैला हुआ है। उन्होने कहा कि औद्योगिक विकास की आधारशिला इन्फ्रास्ट्रक्चर होती है।
मुख्यमंत्री ने उद्योगों को विकसित करने हेतु गीडा को लैण्ड बैंक बढ़ाने के निर्देश दिये क्योंकि गोरखपुर में औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं है और उद्यमियों की समस्याओं का समय सीमा के अन्दर निस्तारण किया जाये और बैंकर्स को उद्योगों के साथ जोड़ने तथा व्यापार की सुगमता को बनाये रखने के दृष्टिगत नियमों में सरलीकरण के साथ सुचिता एवं पारदर्शिता के साथ कार्य किया जाये। औद्योगिक विकास को ऊंचाइयों पर पहुंचाने, स्थानीय स्तर पर रोजगार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही आवंटन प्रक्रिया को पूरी तरह आनलाइन करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शार्टकट रास्ता खतरनाक होता है उसे कभी भी नही अपनाना चाहिए, सफलता हेतु परिश्रम, लगन एवं सकारात्मक सोच होना आवश्यक है। वास्तविक कार्यों को समयबद्ध ढंग से किया जाये और निवेश को आसान बनाने के लिए शासन के नीतियों के अनुरूप कार्य किया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 के काल खण्ड में तकनीक से जुड़कर औद्योगिक विकास को आगे बढाया गया है, चुनौतियो से घबराये नही बल्कि उसका मुकाबला करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास के लिए सकारात्मक सोच आवश्यक है नकारात्मक व्यक्ति कभी सफलता हासिल नही करता है नकारात्मक सोच विकास में बाधा होती है।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर ने मण्डल में औद्योगिक विकास की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उद्योगों के विकास हेतु गोरखपुर में 300 एकड़ भूमि भीटी रावत में प्रस्तावित किया गया है। उद्यमियो की समस्याओ का समयबद्ध निस्तारण की कार्यवाही की जा रही है।
चेम्बर आफ इण्डस्ट्रीज के अध्यक्ष ने अपने स्वागत सम्बंोधन में कहा कि पूर्वान्चल में औद्योगिक विकास के लिए चेम्बर आफ इण्डस्ट्रीज समर्पित है और मुख्यमंत्री के कुशल निर्देशन में प्रदेश में औद्यागिक वातावरण का सृजन हुआ है। संचालन उद्योगपति एस0के अग्रवाल ने किया।
इस मौके पर विधायक शीतल पाण्डेय, क्षेत्रीय अध्यक्ष डा0 धर्मेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन एवं उद्यमी गण उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास को गति देने के लिए सभी को मिलकर सकारात्मक भूमिका के साथ आगे आना होगा, देश/प्रदेश के अन्दर औद्योगिक वातावरण बना है और अच्छे प्रयास से ही विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकता है। प्रदेश में सुरक्षा, सुविधा का वातावरण सृजित है जिसके कारण बड़े पैमाने पर प्रदेश में निवेश हुआ है। परम्परागत उद्योग एक बड़े निवेश का आधार है और परम्परागत उद्योग को विकसित करने हेतु नीति भी प्रख्यापित की गयी है। एक जनपद एक उत्पाद को बढ़ावा दिया गया है, गोरखपुर में इस योजना के तहत टेरा कोटा को चयनित किया गया और कुम्हारों को अपने हस्तशिल्प विकसित करने हेतु अप्रैल से जून तक तालाबों से निशुल्क मिट्टी निकालने की अनुमति दी गयी जो कुम्हारों के लिए काफी उपयोगी सिद्ध हुआ और मिट्टी के बरतन कारीगरों ने व्यापक तौर पर तैयार किया।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हस्तशिल्पियों को विकसित करने हेतु उन्हें प्रशिक्षण, किट्स, बैंकों से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरन्तर कार्य किया जा रहा है। गोरखपुर की कनेक्टिविटी हर महानगर से है। प्रदेश में 7 एयरपोर्ट क्रियाशील है और 14 पर कार्य चल रहा है। कुशीनगर में अन्र्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, प्रदेश में एक्सप्रेस वे का जाल फैला हुआ है। उन्होने कहा कि औद्योगिक विकास की आधारशिला इन्फ्रास्ट्रक्चर होती है।
मुख्यमंत्री ने उद्योगों को विकसित करने हेतु गीडा को लैण्ड बैंक बढ़ाने के निर्देश दिये क्योंकि गोरखपुर में औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं है और उद्यमियों की समस्याओं का समय सीमा के अन्दर निस्तारण किया जाये और बैंकर्स को उद्योगों के साथ जोड़ने तथा व्यापार की सुगमता को बनाये रखने के दृष्टिगत नियमों में सरलीकरण के साथ सुचिता एवं पारदर्शिता के साथ कार्य किया जाये। औद्योगिक विकास को ऊंचाइयों पर पहुंचाने, स्थानीय स्तर पर रोजगार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही आवंटन प्रक्रिया को पूरी तरह आनलाइन करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शार्टकट रास्ता खतरनाक होता है उसे कभी भी नही अपनाना चाहिए, सफलता हेतु परिश्रम, लगन एवं सकारात्मक सोच होना आवश्यक है। वास्तविक कार्यों को समयबद्ध ढंग से किया जाये और निवेश को आसान बनाने के लिए शासन के नीतियों के अनुरूप कार्य किया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 के काल खण्ड में तकनीक से जुड़कर औद्योगिक विकास को आगे बढाया गया है, चुनौतियो से घबराये नही बल्कि उसका मुकाबला करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास के लिए सकारात्मक सोच आवश्यक है नकारात्मक व्यक्ति कभी सफलता हासिल नही करता है नकारात्मक सोच विकास में बाधा होती है।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर ने मण्डल में औद्योगिक विकास की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उद्योगों के विकास हेतु गोरखपुर में 300 एकड़ भूमि भीटी रावत में प्रस्तावित किया गया है। उद्यमियो की समस्याओ का समयबद्ध निस्तारण की कार्यवाही की जा रही है।
चेम्बर आफ इण्डस्ट्रीज के अध्यक्ष ने अपने स्वागत सम्बंोधन में कहा कि पूर्वान्चल में औद्योगिक विकास के लिए चेम्बर आफ इण्डस्ट्रीज समर्पित है और मुख्यमंत्री के कुशल निर्देशन में प्रदेश में औद्यागिक वातावरण का सृजन हुआ है। संचालन उद्योगपति एस0के अग्रवाल ने किया।
इस मौके पर विधायक शीतल पाण्डेय, क्षेत्रीय अध्यक्ष डा0 धर्मेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन एवं उद्यमी गण उपस्थित रहे।