सामाजिक सौहार्द्र के लिए अयोध्या आज रही शांत,सख्त पहरा भी!

 

"अयोध्या पर एक बार फिर पुलिस का सख्त पहरा"

अयोध्या।

अयोध्या पर एक बार फिर पुलिस का सख्त पहरा है। आज के दिन ही अयोध्या में विवादित ढांचा गिराया गया था। विवादित ढांचा बाबरी विध्वंस की बरसी पर अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या में अतिरिक्त सुरक्षा बल को भी तैनात किया गया है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस निगरानी में लगी हुई है। अयोध्या के प्रवेश मार्गों पर सघन चेकिंग अभियान भी जारी है। ग्रामीण अंचलों में भी पुलिस का सख्त पहरा है। 6 दिसंबर को लेकर अयोध्या के सभी प्रमुख मार्गों पर सुरक्षा बल के साथ प्रशासन रूट मार्च कर रहा है।अयोध्या के सभी प्रमुख मार्गों पर सीआरपीएफ, आरएएफ के जवान के साथ सिविल पुलिस लगी हुई है। 

लोगों में सुरक्षा की भावना को जागृत करने के लिए प्रशासन नगर के प्रमुख मार्गों पर सुरक्षाबलों के साथ रूट मार्च किया। 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचे का विध्वंस हुआ था।इस दिन मुस्लिम समुदाय यौमे गम तो हिंदू समुदाय शौर्य दिवस के रूप में मनाता है।प्रशासन ने दोनों समुदाय के कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है। डीआईजी/ एसएसपी दीपक कुमार के अनुसार बिना अनुमति किसी भी कार्यक्रम को करने पर सख्त मनाही है।

आदेश न मानने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।दूसरी तरफ संत समाज के लोग और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी दोनों समुदाय से योमें गम और शौर्य दिवस जैसे कार्यक्रम नहीं करने की अपील की है। 6 दिसंबर बाबरी विध्वंस को लेकर ग्रामीण अंचलों में भी विशेष निगरानी और सतर्कता बरती जा रही है। हैरिंग्टनगंज में चौकी प्रभारी राजेश कुमार मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस बल ने संवेदनशील स्थलों पर पुलिस व पीएसी बल के साथ लगातार गश्त जारी है। 


इसी के साथ ही इनायतनगर थाना क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों पर कोतवाल विजय सेन सिंह के नेतृत्व में गश्त जारी है। खंडासा तथा कुमारगंज थानाध्यक्ष भी अपने-अपने क्षेत्रों में पूरी सख्ती बरते हुए हैं। यही नहीं बीकापुर, हैदरगंज, तारुन तथा महाराजगंज की पुलिस भी पूरी तरह से सतर्क व चौकन्नी है।समूचे जिले में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए किसी भी तरीके का कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी गयी है। सोशल मीडिया पर पुलिस की पैनी निगाह है।


धार्मिक दृष्टिकोण से भ्रामक खबर फैलाने की कोशिश की तो होगी कार्यवाही....


 साइबर सेल सोशल मीडिया पर नजर रखे हुए है। आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। छह दिसंबर को भूल अब अयोध्यावासी विकास की चर्चा में लगे है। जनजीवन पूरी तरह सामान्य है। वहीं सतर्कता विभाग किसी भी चूक के लिए पूरी तरह से सतर्क है। सोशल मीडिया पर भी निगाह रखी जा रही है। यदि कहीं भी धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश हुई तो पुलिस तुरंत कार्यवाही करेगी।


बाबरी मस्जिद के मुद्दई रह चुके इकबाल अंसारी की अपील...



 बाबरी विध्वंस का पटाक्षेप सुप्रीम कोर्ट के फैसले के द्वारा हो चुका है। अब मन्दिर और मस्जिद दोनों बन रहा है।  लोगों को चाहिए कि विकास व रोजगार की बात करें। किसी के बहकावे न आएं। काला दिवस और विजय दिवस मनाकर एक दूसरे को मायूस न करें।हमारी एकता से देश मजबूत होगा।हम विश्व में नया कीर्तिमान गढ़ेंगे।


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