लुम्बनी
नेपाल में लोग केपी शर्मा ओली की सरकार से काफी आहत आ चुके हैं। चीन के साथ ओली की करीबी और भारत से रिश्ते बिगाड़ने का नुकसान अब वहां की सरकार को लोगों के विरोध के रूप में उठाना पड़ रहा है। देश में लोगों का सरकार से पूरी तरह से भरोसा उठ गया है और आज काठमांडू की सड़कों पर देश में राजशाही की बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया।
त्रस्त है नेपाली जमता
राष्ट्रीय नागरिक आंदोलन समिति का यह प्रदर्शन मैत्रीघर से शुरू हुआ और न्यू बानेश्वरी पहुंचा। प्रदर्शनकारियों ने रैली के दौरान राजशाही के पक्ष में नारे लगाए। प्रदर्शन में राष्ट्रीय प्रजतंत्र पार्टी (आरपीपी) के नेता भी भाग ले रहे हैं। राजशाही को बहाल करने की मांग को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन हुए हैं।
इस बीच, गृह मंत्रालय ने जिला प्रशासन के कार्यालयों को हाई अलर्ट पर रखा है और उन्हें अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए प्रदर्शनों पर निगरानी रखने का आदेश दिया है। इससे पहले, गृह मंत्रालय ने संबंधित से आग्रह किया था कि वे कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए सामूहिक बैठकें, रैलियां और धरनों को ना करें।
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, सरकार बलों का उपयोग नहीं करेगी, लेकिन केवल यह मानकर निगरानी करेगी कि बल का अनावश्यक उपयोग सरकार को विवाद में घसीटेगा।