नई दिल्ली,भारत,21 दिसम्बर केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय व स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त तत्वाधान से “भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव” के छठवें संस्करण का वर्चुअल आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत पारंपरिक भारतीय कला और शिल्पों के पीछे के विज्ञान को उजागर करने के लिये आयोजित “ट्रेडिशनल क्राफ्ट्स एण्ड आर्टिजन मीट एन एक्सपो - 2020” कार्यक्रम में विशेष श्रेणियों के हस्तशिल्पों जैसे कम लागत में तैयार होने वाले व पर्यावरण के अनुकूल तथा कचरा प्रबंधन को प्रोत्साहित करने के साथ आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकने के योग्य हस्तशिल्पों की श्रेणी में समूचे प्रदेश से जनपद के कला एवं शिल्प शिक्षक आलोक शुक्ल के मार्गदर्शन में रद्दी अखबार से बने हस्तशिल्प लगातार तीसरी बार चयनित हुए हैं।
बस्ती का सौभाग्य है आलोक शुक्ल सामान्य से असामान्य प्रतिभा के धनी होते जरने हैं।पर्यावरण की दृष्टि से रद्दी क्सगजो से आकृति बनाना स्वयं में बेजोड़ प्रीतिभा का प्रदर्शन है।बस्ती पूर्वांचल विद्वत परिषद में आलोक का अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव जाना उनकी कला और मेधा को शुभकामनाएं प्रेषित करती है।