बस्ती, उत्तरप्रदेश,7 दिसम्बर 20
कृषि और किसान नही रहेंगे तो व्यापार कहां से आयेगा, और व्यापार नही रहेगा तो देश कैसे चलेगा। ये बात बस्ती उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष एवं व्यापारी नेता आनंद राजपाल ने कही। यहां मीडिया को जारी बयान में उन्होने कहा आज देश का किसान आन्दोलित है। पूरा देश ये समझ रहा है कि कृषि क्षेत्र में कारपोरेट की दखल किसी भी तरह से कृषि और किसान के हित में नही हैं लेकिन मोदी सरकार नही समझ रही है।
बड़ी संख्या में किसान सड़कों पर हैं। किसानों की समस्या सुनकर उनका निदान करने की बजाय पहले उनके आन्दोलन को दबाने की कोशिश की गयी। इस भीषण ठंड में सरकार ने वाटर कैनन से पानी की बौछार और आंसू गैस से किसानों के इरादों को कमजोर करने की कोशिश की गयी, बावजूद इसके किसान डटे रहे। इतना ही नही हाईवे की सड़कों पर खाई खोद दी गयी ताकि किसान दिल्ली न कूच कर सकें। इतनी क्रूरता सिर्फ अंग्रेजों में देखी गयी थी। मोदी सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद किसानों का आन्दोलन राष्ट्रव्यापी हो गया। आनंद राजपाल ने कहा मोदी सरकार किसानों और व्यापारियों की नही बल्कि अडानी अंबानी जैसे धन्नासेठों की हितैसी है। व्यापार मंडल किसानों के आन्दोलन और 8 दिसंबर को भारद बंद का पूर्ण समर्थन करता है और समस्त व्यापारी भाइयों से आग्रह करता है कि बगैर किसी दबाव के वे अपनी दुकाने और प्रतिष्ठान 8 दिसम्बर को खुद बंद रखें
बड़ी संख्या में किसान सड़कों पर हैं। किसानों की समस्या सुनकर उनका निदान करने की बजाय पहले उनके आन्दोलन को दबाने की कोशिश की गयी। इस भीषण ठंड में सरकार ने वाटर कैनन से पानी की बौछार और आंसू गैस से किसानों के इरादों को कमजोर करने की कोशिश की गयी, बावजूद इसके किसान डटे रहे। इतना ही नही हाईवे की सड़कों पर खाई खोद दी गयी ताकि किसान दिल्ली न कूच कर सकें। इतनी क्रूरता सिर्फ अंग्रेजों में देखी गयी थी। मोदी सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद किसानों का आन्दोलन राष्ट्रव्यापी हो गया। आनंद राजपाल ने कहा मोदी सरकार किसानों और व्यापारियों की नही बल्कि अडानी अंबानी जैसे धन्नासेठों की हितैसी है। व्यापार मंडल किसानों के आन्दोलन और 8 दिसंबर को भारद बंद का पूर्ण समर्थन करता है और समस्त व्यापारी भाइयों से आग्रह करता है कि बगैर किसी दबाव के वे अपनी दुकाने और प्रतिष्ठान 8 दिसम्बर को खुद बंद रखें