- सीएमओ डॉ. हरगोविन्‍द सिंह ने जिले की सभी सैम्‍पलिंग टीएक कोरोना मरीज के सापेक्ष 25 लोगों की कॉन्‍टैक्‍ट ट्रेसिंग आवश्‍यक म को दिए निर्देश - कोरोना मरीज मिलने के बाद दूसरे दिन तक सभी कॉण्‍टैक्‍ट की हो सैम्‍पलिंग

 


         केदार नाथ दूबे

संतकबीरनगर ,उत्तरप्रदेश,15 दिसम्बर
 मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी डॉ. हरगोविन्‍द सिंह ने कहा कि कोरोना का एक मरीज मिलने पर कम से कम 25 लोगों की कांट्रैक्‍ट ट्रेसिंग की जाए। इस कार्य में किसी प्रकार की भी लापरवाही न करें। यह अत्‍यावश्‍यक है कि कम से कम 25 लोगों की कांट्रैक्‍ट ट्रेसिंग हो। शासन के इस दिशा-निर्देश का पूरी तरह से अनुपालन करें।यह निर्देश सीएमओ ने शासन से आए पत्र के बाद जिले के सभी प्रभारी चिकित्‍सा अधिकारियों और सैम्‍‍पलिंग टीम के पदाधिकारियों को दिया। उन्‍होने कहा कि कोरोना को रोकने में कांण्‍ट्रैक्‍ट ट्रेसिंग महत्‍वपूर्ण है, इसलिए इसमें कोई भी लापरवाही न करें। प्राय: यह देखा जा रहा है कि 25 से कम लागों की कॉन्‍टेक्‍ट ट्रेसिंग हो रही है। इसी के बारे में शासन ने यह निर्देश जारी किया है। ऐसे लोगों की कॉन्‍टैक्‍ट ट्रेसिंग करके दूसरे दिन उनका डेटा भी एप पर अपलोड कर दिया जाय। एपीडेमियोलाजिस्‍ट व सैम्‍पलिंग के सहप्रभारी डॉ. मुबारक अली ने सेम्‍पलिंग में जुटी टीम के लोगों से यह अनुरोध किया है कि वह इस बात का ध्‍यान रखें ताकि कोरोना का प्रसार न हों।

*क्‍या होती है कॉन्‍टेक्‍ट ट्रेसिंग*

कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए जारी गाइडलाइन के मुताबिक जब किसी में बीमारी की पुष्टि होती है तो उसकी मौजूदा स्थिति के अनुसार उस पर नजर रखी जाती है। उसकी ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में जानकारी जुटाई जाती है। इसके अलावा मरीज ने पिछले 14 दिनों में किस-किस से मुलाकात की है,उसका भी ब्योरा लिया जाता है। मरीज के पूरे परिवार की स्क्रीनिंग होती है। साथ ही उन लोगों की भी लिस्ट बनाई जाती है जिन्होंने मरीज के छह मीटर के दायरे में 30 मिनट से अधिक वक्त बिताया हो। इन लोगों को फिर सेल्फ आइसोलेट होने को कहा जाता है. इन लोगों को लक्षणों पर ध्यान देने को कहा जाता है, और जरूरत पड़ने पर इनका टेस्ट भी किया जाता है।

*जिले में मिले 4 पाजिटिव*
जनपद में  कोरोना के कुल चार नये मरीज पाए गए हैं। खलीलाबाद, सांथा व पौली मे एक – एक तथा एक अन्‍य जनपद का है। वहीं 44 मरीज कोरोना से इस समय बीमार चल रहे हैं। मरीजों में दो कोविड एल-वन व एल-टू खलीलाबाद हॉस्पिटल में, एक बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर, एक कैली हास्पिटल बस्‍ती और एक  लखनऊ में अपना इलाज करा रहा है। जबकि 39 मरीज वर्तमान में होम आइसोलेशन में हैं। 

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form