बस्ती
जिला सहकारी बैंक लिमिटेड की 8 वीं वार्षिक सामान्य बैठक (ए.जी.एम.) शनिवार को जिला पंचायत के सभागार में अध्यक्ष रामकेवल यादव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
सदर विधायक दयाराम चौधरी ने मुख्य अतिथि के रूप में बैठक को सम्बोधित करते हुये कहा कि सहकारिता का उद्देश्य किसा
नों का उत्थान करना है। बैंक की जो आर्थिक समस्यायें हैं उन्हें दूर करने की दिशा में निरन्तर निरन्तर प्रयास जारी है। अति शीघ्र जिला सहकारी बैंक की समस्याओं का समाधान कराया जायेगा।
विशिष्ट अतिथि चन्द्रभूषण मिश्र ने कहा कि सहकारिता को सबल बनाने की जरूरत है। जिला सहकारी बैंक की समस्याओं को शीघ्र हल कराकर उपभोक्ताओं का भरोसा जीतने की जरूरत है। सहकारिता पर जोर देते हुये राजेन्द्रनाथ तिवारी ने कहा कि यह अच्छी बात है कि बैंक घाटे से उबरने की दिशा में आगे बढ रहा है, इस भरोसे को सम्बल देने की जरूरत है।
अध्यक्षता करते हुये रामकेवल यादव ने अतिथियों, सदस्यों, पदाधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुये कहा कि यह शुभ संकेत है कि बैंक वित्तीय वर्ष 2019-20 की समाप्ति पर 12.59 लाख के लाभ में है। सीबीएस का कार्य शुरू है और
आर.टी.जी.एस., नेफ्ट की सुविधा भी खाताधारकों को प्राप्त हो रही है। सचिव एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी पी.पी. गौतम ने बैंक के आय-व्यय का व्यौरा प्रस्तुत किया जिसका बैठक में उपस्थित सदस्यों ने स्वीकृति दिया।
सहकारी बैंक के 8 वीं वार्षिक सामान्य बैठक (ए.जी.एम.) को दिवाकर मिश्र, पवन कसौधन, बाबूराम सिंह, रामशंकर यादव आदि ने विचार व्यक्त करते हुये जमीनी मुद्दों पर विस्तार से प्रकाश डाला। संचालन डॉ. अजय पाण्डेय ने किया। मुख्य रूप से संचालक रविन्द्र सिंह, उमाधर दूबे, शिव कुमार गुप्ता, वीरेन्द्र प्रताप सिंह, राम निहोरा पाण्डेय, अमित प्रताप सिंह, कृष्ण चन्द्र, इन्द्रराम यादव, सन्तराम यादव, विजय यादव, द्वारिका, प्रेमचन्द्र प्रजापति के साथ ही पंकज कुमार, रत्नेश पाल, अमित प्रबोध, रवि सिंह, सुरेन्द्र सिंह छोटे, चन्द्रिका यादव, जमील अहमद, मुरली पाण्डेय, मधुबन यादव, दुर्गेश यादव, एबादुल हक, रामनाथ प्रजापति, मंगल सिंह, प्रदीप पाण्डेय, शालू यादव, पप्पू यादव एवं बैंक कर्मी उपस्थित रहे।
सदर विधायक दयाराम चौधरी ने मुख्य अतिथि के रूप में बैठक को सम्बोधित करते हुये कहा कि सहकारिता का उद्देश्य किसा
नों का उत्थान करना है। बैंक की जो आर्थिक समस्यायें हैं उन्हें दूर करने की दिशा में निरन्तर निरन्तर प्रयास जारी है। अति शीघ्र जिला सहकारी बैंक की समस्याओं का समाधान कराया जायेगा।
विशिष्ट अतिथि चन्द्रभूषण मिश्र ने कहा कि सहकारिता को सबल बनाने की जरूरत है। जिला सहकारी बैंक की समस्याओं को शीघ्र हल कराकर उपभोक्ताओं का भरोसा जीतने की जरूरत है। सहकारिता पर जोर देते हुये राजेन्द्रनाथ तिवारी ने कहा कि यह अच्छी बात है कि बैंक घाटे से उबरने की दिशा में आगे बढ रहा है, इस भरोसे को सम्बल देने की जरूरत है।
अध्यक्षता करते हुये रामकेवल यादव ने अतिथियों, सदस्यों, पदाधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुये कहा कि यह शुभ संकेत है कि बैंक वित्तीय वर्ष 2019-20 की समाप्ति पर 12.59 लाख के लाभ में है। सीबीएस का कार्य शुरू है और
आर.टी.जी.एस., नेफ्ट की सुविधा भी खाताधारकों को प्राप्त हो रही है। सचिव एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी पी.पी. गौतम ने बैंक के आय-व्यय का व्यौरा प्रस्तुत किया जिसका बैठक में उपस्थित सदस्यों ने स्वीकृति दिया।
सहकारी बैंक के 8 वीं वार्षिक सामान्य बैठक (ए.जी.एम.) को दिवाकर मिश्र, पवन कसौधन, बाबूराम सिंह, रामशंकर यादव आदि ने विचार व्यक्त करते हुये जमीनी मुद्दों पर विस्तार से प्रकाश डाला। संचालन डॉ. अजय पाण्डेय ने किया। मुख्य रूप से संचालक रविन्द्र सिंह, उमाधर दूबे, शिव कुमार गुप्ता, वीरेन्द्र प्रताप सिंह, राम निहोरा पाण्डेय, अमित प्रताप सिंह, कृष्ण चन्द्र, इन्द्रराम यादव, सन्तराम यादव, विजय यादव, द्वारिका, प्रेमचन्द्र प्रजापति के साथ ही पंकज कुमार, रत्नेश पाल, अमित प्रबोध, रवि सिंह, सुरेन्द्र सिंह छोटे, चन्द्रिका यादव, जमील अहमद, मुरली पाण्डेय, मधुबन यादव, दुर्गेश यादव, एबादुल हक, रामनाथ प्रजापति, मंगल सिंह, प्रदीप पाण्डेय, शालू यादव, पप्पू यादव एवं बैंक कर्मी उपस्थित रहे।